नरेगा घोटाले का राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन ने किया खुलासा


मरूधर आईना

नरेगा घोटाले का राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन ने किया खुलासा

गरीब मजदूरों को नही मिल रही पुरी मजदूरी

 जोधपुर ग्रामीण :- भोपालगढ़ जिले के उस्तरा गांव में चल रहे नरेगा घोटाले की  ग्रामवासियों द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन के मुख्यालय पर कई बार शिकायत मिलने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार टीम गठित कर उस्तरा गांव का दौरा करने जोधपुर संभाग अध्यक्ष राजकुमार, संभागीय महासचिव गिरधारी राम, जोधपुर जिला अध्यक्ष शिवराज सिंह ,तहसील अध्यक्ष किशोर सारण बीआरएफ पत्रकार एसपी सिंह व हरिदेव जोशी ने मिलकर ग्राम पंचायत उस्तरा का निरीक्षण किया जिसमें सरपंच नदारद मिले वह ग्राम विकास अधिकारी छुट्टी पर पाए गए ग्राम पंचायत में केवल 2 ग्राम सहायक मौजूद थे सरपंच ऑफिस पर ताला जड़ा पाया गया। वहां मौजूद ग्राम वासियों ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी नरेगा मजदूरों से माप चढ़ाने के नाम पर पैसे मांगता है और कहता है कि  पर मजदूर 200 रूपये पर हफ्ते के हिसाब से मुझे दो मैं जेसीबी चलवा कर माप छुड़वा दूंगा और आपको पूरा माप चढ़ा कर हफ्ते के अच्छे पैसे दिलवा दूंगा। इस पर ग्राम वासियों द्वारा पैसे नहीं देने के कारण उन्हें सही मजदूरी नहीं दी गई और 25 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से हफ्ते के पैसे उनके खाते में डाले गए जिस पर ग्रामवासियों ने विरोध किया तो ग्राम विकास अधिकारी शोभाराम जाट ने उन्हें भरोसा दिलाया कि मैं वापस उनके खाते में ₹200 प्रतिदिन के हिसाब से पैसे डलवा दूंगा लेकिन आप लोग कहीं शिकायत नहीं करें। कुछ दिन बाद वापस ग्रामवासियों ने ग्राम विकास अधिकारी को बोला नरेगा  की उनको माप के हिसाब से सही मजदूरी दिलावे इस पर वह आना कानी करने लगा तब गांव के एक जागरूक युवक ने 181 पर  शिकायत भी दर्ज करवाई लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। और ग्राम वासियों का कहना है कि ग्राम विकास अधिकारी पंचायत में कोई भी काम करवाने जाता है तो पैसे मांगता है बिना पैसे लिए किसी का कोई काम नहीं करता है। इसलिए सभी ने मिलकर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन को शिकायत दी और राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देशानुसार नरेगा और ग्राम पंचायत उस्तरा का निरीक्षण किया गया जिसमें ग्राम विकास अधिकारी व सरपंच की पूर्ण रूप से धांधली पाई गई और वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी उनसे रिश्वत मांगता है और समय पर ग्राम पंचायत का उपस्थित नहीं होता है तथा अपनी फर्जी उपस्थिति दर्ज करवाता है। ग्राम पंचायत में ग्राम वासियों की समस्या सुनने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन भारत टीम ने  उपखंड अधिकारी वह ब्लॉक विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा तथा नरेगा में पाए गए घोटाले के सबूत पेश किए और नरेगा घोटाला में दोषियों पर उचित कार्रवाई की अपील की ओर कहा जल्दी से इसकी जांच और दोषीयो पर करवाही करे अन्यथा संगठन आगे की कार्यवाही के लिए बाध्य रहेगा।
जिस पर उपखंड अधिकारी हवाईसिंह यादव व ब्लॉक विकास अधिकारी शिवदानसिंह ने आश्वासन दिया की कमेटी गठित कर जाच करवाई जाएगी और जांच में पाए जाने वाले दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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