भगत सिंह जयंती पर किए पुष्प अर्पित



भगत सिंह जयंती पर किए पुष्प अर्पित 

 जालोर  देश के वीर सपूत भगत सिंह जयंती पर जालौर शहर स्थित भगत सिंह स्टेडियम में भगत सिंह जी की तस्वीर के समक्ष वीर भगतसिंह ग्रुप द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के नाते हिंदू युवा संगठन संस्था अध्यक्ष अधिवक्ता सुरेश सोलंकी उपस्थित थे।वही कार्यक्रम की अध्यक्षता वीर भगत सिंह ग्रुप अध्यक्ष रमेश पुरी ने की। वही कार्यक्रम में पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात भगत सिंह स्टेडियम से रवाना होकर शहर के मुख्य मार्ग से होते हुई शहीद स्मारक पहुंचे जहां पर शहीदे आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर पुष्प हार चठाकर पुष्पांजलि अर्पित की । संस्था अध्यक्ष अधिवक्ता सुरेश सोलंकी ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगतसिंह द्वारा जेल के दिनों में उनके लिखे खतों व लेखों से उनके विचारों का अन्दाजा लगता है। उन्होंने भारतीय समाज में लिपि, जाति और धर्म के कारण आयी दूरियों पर दुःख व्यक्त किया था। उन्होंने समाज के कमजोर वर्ग पर किसी भारतीय के प्रहार को भी उसी सख्ती से सोचा जितना कि किसी अंग्रेज के द्वारा किये गये अत्याचार को।भगत सिंह को हिन्दी, उर्दू, पंजाबी तथा अंग्रेजी के अलावा बांग्ला भी आती थी जो उन्होंने बटुकेश्वर दत्त से सीखी थी। उनका विश्वास था कि उनकी शहादत से भारतीय जनता और उद्विग्न हो जायेगी और ऐसा उनके जिन्दा रहने से शायद ही हो पाये। इसी कारण उन्होंने मौत की सजा सुनाने के बाद भी माफ़ीनामा लिखने से साफ मना कर दिया था। उन्होंने अंग्रेज सरकार को एक पत्र भी लिखा, जिसमें कहा गया था कि उन्हें अंग्रेज़ी सरकार के ख़िलाफ़ भारतीयों के युद्ध का प्रतीक एक युद्धबन्दी समझा जाये तथा फाँसी देने के बजाय गोली से उड़ा दिया जाये। वीर भगतसिंह ग्रुप अध्यक्ष रमेश पूरी ने कहा कि देश के वीर सपूत भगत सिंह ने अपने जीवन को राष्ट्र के लिए न्योछावर कर दिया भगत कहते हैं "किसी ने सच ही कहा है, सुधार बूढ़े आदमी नहीं कर सकते । वे तो बहुत ही बुद्धिमान और समझदार होते हैं। सुधार तो होते हैं युवकों के परिश्रम, साहस, बलिदान और निष्ठा से, जिनको भयभीत होना आता ही नहीं और जो विचार कम और अनुभव अधिक करते हैं ।"आप कल्पना कर सकते हैं, एक हुकूमत, जिसका दुनिया के इतने बड़े हिस्से पर शासन था, इसके बार में कहा जाता था कि उनके शासन में सूर्य कभी अस्त नहीं होता। इतनी ताकतवर हुकूमत, एक 23 साल के युवक से भयभीत हो गई थी। कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह अमर रहे अमर रहे ,भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद के नारों के साथ जयघोष लगाई।  कार्यक्रम में आर एस एस जिला प्रचारक महावीर मनीष परमार प्रकाश आचार्य प्रवीण परिहार कैलाश भाटी पूरणनाथ धीरज पुरी भरत वाल्मीकि खुशाल गेहलोत सुरेंद्रसिंह कांतिलाल दीपसिंह मयंक देवड़ा सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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