प्रतिबंधित संस्था अनोप मण्डल द्वारा जैन धर्म व जैनों के खिलाफ दुष्प्रचार कर धमकाने को लेकर हैदराबाद में जैन समाज के लोगों ज्ञापन सौंपा


प्रतिबंधित संस्था अनोप मण्डल द्वारा जैन धर्म व जैनों के खिलाफ दुष्प्रचार कर धमकाने को लेकर हैदराबाद में जैन समाज के लोगों ज्ञापन सौंपा

 जालौर प्रतिबंधित संस्था अनोप मण्डल द्वारा जैन धर्म व जैनों के खिलाफ दुष्प्रचार कर धमकाने को लेकर हैदराबाद नैमिचंद बडेरमुथा जैन और कैलाश कुमार भण्डारी जैन ने ज्ञापन सौंपा यहां जानकारी हैदराबाद से  हीराचंद भण्डारी ने बताया कि जैन समाज के लोगों के द्वारा ज्ञापन सौंपा , राज्यपाल , राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , गृहमंत्री के जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में बताया कि  दिनांक 2 सितम्बर , 2021 को अनोप मण्डल द्वारा गैर कानूनी रूप से जुलूस निकाल कर जैन धर्म के विरूद्ध दिये गये ज्ञापन जैन को लेकर विशुद्ध रूप से अहिंसा में विश्वास करने वाला अति शांतिप्रिय व अत्यधिक मानवता व मानव तूल्यों में विश्वास करने वाला धर्म है और जैनी हमेशा दया , करूणा , परोपकार , सेवा , समन्वय व इंसानों के लिए समर्पित रहने वाली अति विनयशील कौम हैं । देश में अकाल , सूखा , दुर्भिक्ष , प्राकृतिक व राष्ट्रीय आपदाओं में करोड़ों अरबों रूपये खर्च कर मानवता की हर सहायता को सर्वाधिक समर्पित व राष्ट्रीयता को लेकर सबसे संवेदनशील हैं , कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में जैन समाज का योगदान भारत में ही नहीं विश्व भर में प्रेरणा का आदर्श रहा है । चार - चार पीढियों ने दूसरे प्रदेशों में कमाकर हर जैनी परिवार राजस्थान भर के हर छोटे हर गाँव में अस्पताल , स्कूलें , शिक्षण संस्थान , सामुहिक भवन , धर्मशालाएं , गौशालाएं , पशु चिकित्सालय , प्याऊ एवं बावडिऐं , तालाब , सड़के , नाले , नहरे आदि का अपने धन से निर्माण कर मानवता की सेवा को अपना धर्म व कर्तव्य समझते है । जहाँ जैनी जनता का सम्बल बनते है , वहीं हर विकास व निर्माण में सरकार का असाधारण अर्थ सहयोग कर सरकार का भी भार हल्का करते हैं , अच्छे कार्य व सेवा करने का महत्ती बीड़ा जिस जैन समाज ने उठाया हैं , उस समाज को अनोप मण्डल जैसी जहरीली संस्था द्वारा हर रोज गाली देना , उसके जैन धर्म पर नाना प्रकार के दोषारोपण कर उसके खिलाफ अनर्गल झूठे प्रचार कर जिले के सामाजिक व धार्मिक एकता के ताने बाने , समरसता व आपसी भाईचारे को बर्बाद कर साम्प्रदायिक सद्भाव को तोड़ शान्ति व जिले की कानून व्यवस्था को भंग कर समाज विग्रह करने पर उतारू हैं ।यह जहरीली व धार्मिक उन्मादी संस्था माननीय उच्च न्यायालय एवं राज्य सरकार द्वारा कानूनी रूप से पूर्णतया प्रतिबंधित हैं और उसकी सारी गतिविधियों व कार्यवाहियों पर पूर्णतया रोक हैं उसके बावजूद यह गैर कानूनी संस्था अपने कार्यक्रम , जुलूस , जलसे सरकार व जिला प्रशासन को ठेंगा दिखा और धोखा देकर वे जिले व जिले की शांति व भाईचारे को तबाह कर रहे है , ऐसे लोगों को समय रहते नियंत्रित कर उन पर सख्त व ठोस कार्यवाही नहीं की तो मामला कही अधिक घातक न हो जाए , उससे पहले सरकार व प्रशासन को सर्तक होना चाहिए । इसी क्रम में निवेदन है कि जैन धर्म के सबसे पवित्र पर्व पर्युषण पर्व के एक दिन पूर्व सुनियोजित तरीके से दिनांक 2 सितम्बर , 2021 को जालोर शहर से बाहर से आकर करीबन 300-400 असामाजिक एवं उन्मादी लोगों ने बिना प्रशासन की स्वीकृति के गैर कानूनी रूप से जुलूस निकालकर जैन धर्म के प्रति गाली - गलौच कर नारे लगाते हुए पूरे शहर में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने के उद्देश्य से एक ज्ञापन भी जिला कलेक्टर जालोर को दिया है ।अतः आप शीघ्र इस पर कार्यवाही कर साम्प्रदायिक सौहार्द को भंग करने के लिये कानूनी कायर्वाही करावें एवं इस समाज विरोधी संस्था की अनैतिक गतिविधियों के लिये अनपू मण्डल को " द अनलॉफलु एक्टीविटिज ( प्रिवेंशन ) एक्ट , 1967 के सैक्शन 3 व 4 " के प्रावधानों के अन्तर्गत गैर कानूनी संगठन अधिसूचित करें । साथ ही अनोप मण्डल एवं उसके सभी सहायक संस्थाओं को राजस्थान व सम्पूर्ण भारत में पूर्णतया प्रतिबंधित कर असंवैधानिक संगठन घोषित करावे ताकि देश व राज्यों में कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनी रहने के साथ धर्म , समाज व राष्ट्र के हितों की रक्षा हो सके ।
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