"RSCERT और रूम टू रीड के संयुक्त तत्वावधान में "घर सीखने की एक जगह" थीम पर आयोजित हुई एक वेबिनार"



"RSCERT और रूम टू रीड के संयुक्त तत्वावधान में "घर सीखने की एक जगह" थीम पर आयोजित हुई एक वेबिनार" 


मरुधर आईना/बम्बोर


RSCERT और रूम टू रीड के सयुक्त तत्वावधान में दिनांक 01 सितम्बर को एक राष्ट्रव्यापी वेबिनार का आयोजन किया | एसोसिएट प्रोफेसर कमलेन्द्र सिंह राणावत ने बताया की, यह वेबिनार 'घर सीखने की एक जगह की थीम पर आधारित थी | इसमें मुख्य अथिति और पैनलिस्ट के रूप में RSCERT निदेशक, प्रियंका जी जोधावत शामिल रहे साथ ही यूनिसेफ के एजुकेशन स्पेस्लिस्ट अमृता सेनगुप्ता जी, रूम टू रीड के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर निधि विनायक पैनलिस्ट की भूमिका में शामिल थे, रूम टू रीड के एडवाइजर दिनेश जी श्रीवास्तव जी मोडरेटर की भूमिका में रहे और उन्होंने पैनलिस्ट का परिचय करवाया, स्टेट हेड निशांत जी श्रीवास्तव द्वारा वेबिनार की शुरुआत की गयी जिसमें वेबिनार का उद्देश्य, रूम टू रीड के प्रोग्राम की जानकारी दी | वेबिनार में चर्चा की शुरुआत RSCERT निदेशक, प्रियंका जी जोधावत के उद्बोधन द्वारा किया गया जिसमें वेबिनार की थीम को वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए महत्वपूर्ण बताया और साथ ही COVID परिस्थिति के दौरान कार्य कर रहे शिक्षा विभाग के अधिकारीयों, शिक्षकों और सहयोगी संस्थाएं धन्यवाद दिया |
वेबिनार के दौरान चर्चा को आगे बढ़ाते हुए निदेशक महोदया ने RSCERT द्वारा किये गए महत्वपूर्ण कार्यो से सबको अवगत करवाया जिसमें COVID जैसे मुश्किल साप्ताहिक हवामहल "बच्चो का झरोका" का निर्माण कार्य करना जिसके अभी तक 70 अंक प्रकाशित हो चुके है, TV कार्यक्रम "शिक्षा दर्शन" और रेडियों कार्यक्रम "शिक्षा वाणी" का संचालन करना, SMILE ग्रुप के माध्यम से लगातार ऑनलाइन पठन सामग्री को राज्य के कोने -कोने में बच्चों तक पहुँचाना आदि कार्य ऑडियंस के साथ साझा किये साथ ही रूम टू रीड को धन्यवाद देते हुए कहा की अन्य सहयोगी संस्थाओं के साथ -साथ रूम टू रीड और यूनिसेफ का भी इन सभी कार्यों और योजनाओ को सफल बनाने में पूरा सहयोग रहा है ।
वेबिनार को आगे बढ़ाते हुए निदेशक महोदया ने बताया कि बच्चों के घर पर सीखने को सुनिश्चित करने के लिए हमें तीन स्तम्भों के बीच बेहतर तालमेल बनाकर कार्य करना होगा जो है शिक्षक, बच्चे और समुदाय | इसी क्रम में वर्तमान समय में शिक्षकों की भूमिका को स्पष्ट करते हुए बताया की शिक्षकों का अभिभावकों के बीच एक सकारात्मक सम्बन्ध बनाना आवश्यक है और बच्चों को घर पर नियमित रूप से पठन सामग्री उपलब्ध करवाना, नियमित होम विजिट कर बच्चों को सहयोग करना,  अभिभावकों से बच्चों के सीखने नियमित चर्चा करना और अभिभावकों का सहयोग करना | इसी तरह से अभिभावकों की भूमिका पर भी निदेशक महोदया द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य बताएं जैसे बच्चों पर ये विश्वास करना कि आप सीख सकते है, बच्चों के साथ बातचीत करना, उन्हें सीखने के लिए प्रेरित करना, बच्चों के साथ गतिविधियों में शामिल होना, बच्चों के सीखने पर शिक्षकों से चर्चा करना , स्कूल से सम्बन्धित आयोजनों में हिस्सा लेना और घर एक पढ़ने की जगह हो सकती है इस पर विश्वास करते हुए अपनी भूमिका सुनिश्चित करना |
इसी तरह से सभी पैनलिस्ट ने अपने अनुभव और जानकारियां सभी से साझा की और इस वेबिनार को सफल बानाने में महत्वपूर्णयोगदान दिया और रूम टू रीड के लिट्रेसी कार्यक्रम अधिकारी अजय सिंह जी राठौड़ ने अंत में वेबिनार को समेकित कर सभी पैनिलिस्ट को धन्यवाद ज्ञापित किया | 

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