राजस्थान बाल संरक्षण आयोग के हस्तक्षेप के बाद रोडला प्रकरण में जाँच में आई तेजी पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी पहुंचे विद्यालय
3 दिन बाद भी चिट्ठी लिखने वाला नहीं हुआ गिरफ्तार
मरुधरा आईना /
निकटवर्ती रोड़ला ग्राम के राजकीय विद्यालय में 26 अक्टूबर को घटित अश्लील एवं धमकी भरे पत्र व्यवहार की वारदात के बाद राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पत्र के बाद पुलिस एवं शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने पिछले दो दिन से जांच का दायरा बढ़ा दिया। आयोग द्वारा जालोर एसपी के नाम लिखे पत्र के बाद डिप्टी एसपी हिम्मत चारण एवं आहोर सीआई निरंजन प्रताप सिंह राजकीय विद्यालय पहुंचे। उन्होंने विद्यालय के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं, छात्राओं एवं संदेहास्पद छात्रों से पूछताछ की। वहीं शिक्षा विभाग से अतिरिक्त खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चौधरी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से जनसुनवाई करते हुए घटना के हर एंगल को जाना। पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए बुधवार एवं गुरूवार को पूछताछ जारी रखीं।
चार-पांच छात्र संदिग्ध, पूछताछ का दौर निरंतर जारी
अश्लील एवं धमकी भरें पत्र के बाद पुलिस घटना की हर प्रकार से जांच कर रहीं हैं। विद्यालय के अंतर्गत अध्ययनरत एवं बाहरी छात्रों के होने पर संदेह के बीच पत्र में लिखावट की जांच की गई। जिसमें चार-पांच छात्र संदिग्ध लगने पर सीआई निरंजन प्रताप सिंह के द्वारा पूछताछ की गई। वहीं छात्राओं के बयान भी लिए गये। इसी तरह पूछताछ के क्रम में विद्यालय के अध्यापकों से भी पूछताछ का दौर जारी हैं। वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा बाहरी व्यक्तियों की इसमें संलगनता की भी गहनता से जांच कर रही हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन को दिया अल्टीमेटम, निर्धारित समय किया तय
विद्यालय में घटित वारदात के बाद से ही ग्रामीणों का आक्रोश कम होने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। ग्रामीणों ने साफ साफ शब्दों में प्रशासन को चेतावनी देते हुए आगाह किया कि अगर प्रशासन गांवों के संग शिविर तक पुलिस प्रशासन एवं शिक्षा विभाग दोषियों को सामने नहीं लाती है तो वे प्रशासन गांवों के संग शिविर का बहिष्कार करेंगे।
घटना के तीसरे दिन लगातार डटे रहे ग्रामीण
मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण की उपस्थिति एवं तीव्र विरोध के बाद से लगातार तीसरे दिन ग्रामीण डटे रहे। ग्रामीणों का साफ कहना हैं कि गांव की बेटियों के साथ अश्लीलता एवं खिलवाड़ को वे किसी भी हद तक सहन नहीं करेंगे। भले ही हमें किसी भी हद तक जाना पड़े। राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के एक्शन को ग्रामीणों ने जांच की दिशा में सकारात्मक कदम बताया। ग्रामीणों का कहना हैं कि हमें न्याय पालिका एवं पुलिस प्रशासन से न्याय की पूरी उम्मीद हैं।
"प्रशासन के निर्देशानुसार पुलिस विभाग एवं शिक्षा विभाग द्वारा पिछले दो दिन से निरन्तर जांच की जारी हैं। जांच अब तक सकारात्मक दिशा में जा रहीं हैं। हमें उम्मीद हैं कि जल्द ही दोषी सबके सामने होंगे। पूरे जांच प्रकरण के दौरान मैं और ग्रामीण लगातार यही डटे हुए हैं। मुझे उम्मीद हैं कि हमारी बेटियों को जल्द न्याय मिलेगा।"- हुकम सिंह राठौड़ रोड़ला सरपंच
तथ्यात्मक रिपोर्ट प्राप्त हो गई है लेकिन उसमें एक कमी है अभी तक हमें एफ आई आर प्राप्त नहीं हुई एफ आई आर आने के बाद तथ्यात्मक रिपोर्ट फर्स्ट लेवल के ज्वाइंट डायरेक्टर को भेजी जाएगी और अग्रिम कार्रवाई वहीं से की जाएगी
टीमाराम मीणा
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जालोर
जालौर पुलिस उप अधीक्षक और आहोर पुलिस निरीक्षक को कल मौके पर भेजा था जांच जारी है उन पत्रों को हमने कब्जे में ले लिया है जिसने भी इस प्रकार की हरकत की है संबंध में पूछताछ जारी है
अनुकृति उज्जैनिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जालौर
जब से इस प्रकार के गंदे पत्र हम लोगों को मिलना शुरू हुए थे हमने हमारे कक्षा के अध्यापक और मैडम को बताया लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की हम इस प्रकार के व्यवहार के कारण मानसिक रूप से परेशान हैं जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जाए हम मानसिक रूप से इतने परेशान हैं कि हमने खाना भी छोड़ दिया है
पीड़ित छात्राएं
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