#Barmer कोरोनाकाल का सबसे बड़ा कोरोना विस्फोट: एक दिन में मिले 458 कोरोना संक्रमित, एक्टिव केस की संख्या पहुंची 2006, रिकवर हुए 45


 

बाड़मेर में कोरोना संक्रमण तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। रविवार को कोरोना के 458 कोरोना संक्रमित सामने आए। कोरोनाकाल के इतिहास में एक दिन का सबसे बड़ा कोरोना विस्फोट है। एक्टिव केस की संख्या दो हजार पार हो गई है। जिले में पॉजीटिविटी दर 11 फीसदी से बढ़कर 36 फीसदी पहुंच गई।

छह कोरोना संक्रमित अस्पताल में भर्ती हैं। एक एचआरसीटी मरीज जिला अस्पताल में भर्ती है। एसपी ऑफिस, कोतवाली पुलिस के जवान व नगर परिषद के कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. पीसी दीपन के मुताबिक रविवार को 1250 संदिग्ध लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट मिली है। इसमें से 458 कोरोना संक्रमित मिले हैं। बायतु से 14, बालोतरा से 44, बाड़मेर से 29, चौहटन से 3 धोरीमन्ना से 20, बालोतरा पीएमओ से 99, शिव से 2, सिणधरी से 41, बाड़मेर पीएमओ से 206 संक्रमित मरीज सामने आए हैं।

जिले में एक्टिव केस की संख्या 2006 पहुंच गई है। रविवार को 45 कोरोना संक्रमित मरीज रिकवर हुए हैं। जिला अस्पताल में 5 कोरोना संक्रमित, बालोतरा अस्पताल में 1 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। वहीं, जिला अस्पताल में एक एचआरसीटी कोरोना संक्रमित भर्ती हैं। दो हजार संक्रमित मरीज होम क्वारैंटाइन हैं। वहीं, इस साल अभी तक 1 कोरोना मरीज की मौत हुई है।

पॉजीटिविटी दर कोरोनाकाल इतिहास में सबसे तेज

बाड़मेर में नए साल के साथ कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार को पॉजिटिविटी दर बढ़कर 36 फीसदी पहुंच गई है। एक दिन में 11 फीसदी पॉजिटिविटी दर बढ़ी है। पहली व दूसरी लहर में इतनी पॉजिटिविटी दर कभी नहीं रही है। शनिवार को पॉजिटिविटी दर 25 फीसदी थी।

तीसरा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव
एक दिन में जितने सैंपलों की जांच की गई उसमें हर तीसरा संदिग्ध कोरोना संक्रमित मिल रहा है। रविवार को 1250 सैंपल की जांच में 458 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए और 792 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

चेक पोस्ट लगाई न गांवों पर ध्यान दे रहे

जिले में कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बावजूद जिला प्रशासन सख्ताई नहीं दिखा रहा है। जिले के बॉर्डर पर गुजरात, जोधपुर समेत अन्य जिलों से आने वाले लोगों के सैंपल लेने व जांच के लिए चेक पोस्ट नहीं लगाई है। रोजाना लोग मर्जी से आ रहे है और जा रहे है। इतना ही नहीं गांवों में जागरूकता के अभाव में लोग लापरवाही बरत रहे है।

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