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#jalore कोरोनाकाल में नौकरी छूटी तो दो दोस्तों ने रची लूट की साजिश, रैकी में साथ दिखे कालूराम से पकड़े गए 4 आरोपी




 भाद्राजून पुलिस थाना क्षेत्र के भोरड़ा गांव में 4 फरवरी की शाम को हुई दिनदहाड़े 70 लाख रुपए की ज्वैलरी लूट का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस आरोपियों से ज्वैलरी बरामद करने का प्रयास करने के साथ-साथ वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है। स्थानीय पुलिस थाना क्षेत्र के भाद्राजून गांव निवासी आरोपी व दूसरे रोहट निवासी आरोपी ने लूट का प्लान बनाकर जैसलमेर के आरोपियों को बताया।

जिसके बाद 5 दिन पहले इन आरोपियों ने भोरड़ा में घूमते हुए रैकी भी की। पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इनमें 3 जैसलमेर जिले के हैं। छठे आरोपी के बारे में अभी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला के निर्देशानुसार एएसपी अनुकृति उज्जैनिया के सुपरविजन में लूट का खुलासा करते हुए आरोपी जैसलमेर के झिनझनियाली थाना क्षेत्र के म्याजलार निवासी त्रिलोकाराम उर्फ त्रिलोक (24) पुत्र सखीराम मेघवाल, जैसलमेर थाने के बबर मगरा निवासी तीर्थराजसिंह (29) पुत्र निमराज सिंह राजपूत, जैसलमेर के सिहडार निवासी राजेन्द्रसिंह पुत्र उगमसिंह राजपूत व भाद्राजून थाना क्षेत्र के नया रामा निवासी कालूराम (31) पुत्र सुजाराम कलब को गिरफ्तार कर लिया।

ग्रामीणों ने बताया, 5 दिन पहले दुकान के आसपास अनजान लोगों को घूमते देखा, कालूराम भी साथ था

लूट की वारदात होने के बाद एएसपी डॉ. अनुकृति उज्जैनियां मौके पर पहुंचीं। उसके बाद पुलिस की टीमों ने आसपास की जानकारी जुटाई। जानकारी में सामने आया कि सीसीटीवी में दिख रहे संदिग्ध कुछ दिन पहले गांव में घूमे थे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो सामने आया कि इनके साथ भोरड़ा के नजदीकी गांव रामा निवासी कालूराम भी था।

पुलिस ने इधर-उधर से कालूराम की जानकारी ली, तो सामने आया कि उसका कुछ समय से जैसलमेर आना-जाना लगा था। उसके बाद जालोर पुलिस ने जैसलमेर पुलिस का सहयोग लिया। साथी आरोपियों की पहचान करते हुए इन तक पहुंच गए।

एक रात सभी जैसलमेर में रुके, सुबह ज्वैलरी बांटकर अलग-अलग हो गए
लूट करने के लिए इन्होंने तीन वाहनों का इस्तेमाल किया। शाम 6.15 बजे के आसपास लूट की वारदात को अंजाम देते हुए भोरड़ा से फरार हो गए। आरोपियों के पास कैंपर बोलेरो के साथ 2 कारें भी थी। इन कारों में सवार होकर सभी आरोपी जैसलमेर चले गए। रात को सभी ने एक साथ जैसलमेर में रात गुजारी। सुबह सभी ने 70 लाख रुपए की लूटी गई ज्वैलरी का बंटवारा कर दिया एवं अलग-अलग हो गए। पुलिस को जानकारी मिलने के बाद आरोपियों को सभी अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर गिरफ्तार किया है।

कालूराम के दाेस्त थे आराेपी, उन्हें प्लान बता लूट के लिए तैयार किया
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार नया रामा निवासी कालूराम मेघवाल व रोहट निवासी फरार आरोपी दोनों एक साथ बेंगलुरु में काम करते थे। दोनों वहां रहते हुए दोस्त बन गए। कोरोनाकाल में दोनों बेरोजगार हो गए थे, इसके चलते लूट का प्लान बनाया। यह प्लान कालूराम ने जैसलमेर में उसकी जान पहचान वाले राजेंद्र सिंह, त्रिलोक समेत अन्य आरोपियों को बता लूट के लिए तैयार किया। इस पर जैसलमेर के आरोपी भोरड़ा गांव पहुंचे और पहले रैकी की। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया।

लूट के बाद शुरुआती 48 घंटे सुराग जुटाए, इसके बाद धरपकड़ की
एएसपी डॉ. अनुकृति उज्जैनियां ने घटनास्थल पर पहुंचकर आरोपियों की खोजबीन में टीमें लगा दी। शुरुआती 48 घंटों तक एएसपी समेत टीम में शामिल पुलिस अधिकारी खुलासे में लगे रहे। सुराग मिलने के बाद एएसपी ने एक टीम जालोर डीएसपी हिम्मत चारण व दूसरी टीम जैसलमेर डीएसपी प्रियंका कुमावत के नेतृत्व में टीम का गठन किया।

इन टीमों ने दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को पकडऩे में आहोर थानाधिकारी निरंजन प्रतापसिंह, कोतवाली थानाधिकारी अरविंद कुमार, जैसलमेर थानाधिकारी प्रेमदान, सांगड़ थानाधिकारी सुमेर सिंह, भाद्राजून थानाधिकारी प्रतापसिंह, बागरा थानाधिकारी तेजूसिंह, झिनझनियाली थानाधिकारी हनवंतसिंह व साइबर शाखा के कांस्टेबल किशनलाल का सहयोग रहा।

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