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#pali भीम आर्मी चीफ बोले- जितेन्द्र मेघवाल के परिवार की मांग पूरी करें सरकार, दोषियों को मिले सख्त सजा, सहन करने वाला गुलाम, हम गुलाम नहीं हैं



 यह आजाद भारत हैं। यहां सभी को एक समान अधिकार प्राप्त हैं। किसी को लगता हैं कि यह गुलामियां चलेगी तो अब बिल्कुल नहीं चलेगी। इस अन्याय को जो सहन कर रहा हैं वह गुलाम हैं, हम गुलाम नहीं हैं। यह बात मंगलवार को पाली जिले के बारवा गांव (बाली) में मीडिया से रूबरू होते हुए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कही।


उन्होंने कहा कि मुझे दुख होता हैं कि पाली जिले में कई गांव ऐसे हैं, जहां वंचित वर्ग को घोड़ी पर चढ़ने से कई बार रोका गया। सांमतवादी सोच रखने वाले कुछ लोगों के घरों से आगे से गुजरते समय दलित वर्ग की महिलाओं को हाथ में चप्पल-जूते लेकर निकलना पड़ता हैं। कई गांव ऐसे हैं, जहां बाइक पर बैठकर भी नहीं जा सकते। यह आजाद भारत हैं। इसमें ऐसा नहीं चलेगा। संविधान में सभी को समान अधिकार प्राप्त हैं।



सीएम आवास पर धरने की चेतावनी
सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मुद्दे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री क्यों चुप हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांगें हैं कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। भविष्य की इस तरह की घटना न हो इसके लिए पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाए। सरकार ने मांग नहीं मानी तो मुख्यमंत्री के घर के बाहर धरना देंगे। उन्होंने कहा कि फास्ट ट्रेक कोर्ट में मुकदमा चले और जो दोषी हैं, उन्हें सख्त से सख्त मिले।

मृतक जितेन्द्र मेघवाल को दी श्रद्धांजलि
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण मंगलवार दोपहर को अपने काफिल के साथ सड़क मार्ग से पाली होते हुए बाली के निकट बारवा गांव पहुंचे। उन्होंने मृतक जितेन्द्र मेघवाल की तस्वीर पर फूल अर्पित किए। मृतक के भाई ओमप्रकाश व परिजनों से मिले। उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस अपना काम कर रही हैं। दोनों हत्यारे गिरफ्तार हैं। उन्हें सख्त से सख्त सजा मिले इसके लिए जी जान लगा देंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में बारवा गांव में लोगो की भीड़ रही। जिसमें महिलाएं भी शामिल रही। सभी जय भीम, जय भीम, आरोपियों को फांसी दो, फांसी दो जैसे नारे लगा रहे थे। इस दौरान बारवा गांव व बाली में तीन जिलों की पुलिस तैनात रही। बारवा गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस का प्रहरा था। शांतिपूर्ण ढंग से भीम आर्मी के चीफ आजाद का कार्यक्रम होने पर पुलिस-प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
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तीन थानों की पुलिस रही तैनात
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद के साथ बड़ी संख्या में लोगों के बारवा गांव पहुंचने को लेक मंगलवार को बाली व बारवा में पाली, जालोर व सिरोही जिले के पुलिस अधिकारी व पुलिस के जवान मुस्तैदी से ड्यूटी देते नजर आए। काफी लोगों को पुलिस ने बारवा गांव जाने से रोका।

आर्मी चीफ बोले-अभी मुस्कुराने का समय नहीं
पाली में पणिहारी के निकट भीम आर्मी चीफ के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में दलित समाज व भीम सेना, भीम आर्मी से जुड़े लोग मौजूद रहे। इस दौरान लोगों को मुस्कुराते हुए देख उन्होंने कहा कि वे बारवा में श्रद्धाजंलि सभा में भाग लेने जा रहे हैं। हमारे एक भाई की हत्या हुई हैं ओर आप लोग मुस्कुरा रहे हो। यह समय मुस्कुराने का नहीं हैं। हम दुख में डूबे उस परिवार को सांत्वना देने जा रहे हैं। इसलिए अभी चेहरे पर मुस्कान रखना उचित नहीं। क्या राजस्थान के लोग इतना भी नहीं समझते।


रोहट-पाली में स्वागत को उमड़े लोग
जोधपुर से गाड़ियों का काफिला जब रोहट पहुंचा तो बड़ी संख्या में लोगों ने उसका स्वागत किया। कुछ ऐसी ही स्थित पाली में रही। भीड़ को देखते हुए पाली में पणिहारी व घुमटी के निकट दो स्थानों पर भीम आर्मी के राष्ट्रीय चंद्रशेखर के स्वागत के लिए लोगों की भीड़ रही। इस दौरान लोगों ने जमकर जय भीम, जय भीम के नारे लगाए। पाली से बारवा जाते समय रास्ते में सांडेराव, ढोला सहित हाइवे पर कई गांवों के बाहर लोग उनके स्वगात में खड़े रहे। जो जय भीम, जय भीम के नारे लगा रहे थे।

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