भीम आर्मी चीफ उदयपुर से दिल्ली लौटे: मृतक जितेन्द्र मेघवाल के परिवार से मिले


भीम आर्मी चीफ उदयपुर से दिल्ली लौटे: मृतक जितेन्द्र मेघवाल के परिवार से मिले


मांगों को लेकर सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन, दोपहर 03 बजे फ्लाइट से दिल्ली रवाना


पाली (का स) - आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद व राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंतसिंह के पाली आने की खबर के चलते प्रदेश भर में पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। धरने-प्रदर्शन रोकने के लिए पाली जिले में धारा 144 लगाई गई तथा बाहर से आने वाले लोगों की भी सघन जांच की जा रही है। इधर, रविवार सुबह चंद्रशेखर आजाद व जयंत चौधरी पाली आने के लिए उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पर उतरे। जिन्हें वहां पुलिस ने रोक दिया। बारवा गांव निवासी मृतक जितेन्द्र मेघवाल के परिवार को उदयपुर बुलाया। जिनसे मिलने के बाद चंद्रशेखर व जयंत चौधरी ने मृतक परिवार की प्रमुख मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। फिर दोपहर 3 बजे फ्लाइट से उदयपुर से दिल्ली के लिए रवाना हुए।

इससे पहले सुबह करीब 9 बजे चंद्रशेखर आजाद व जयंत चौधरी उदयपुर एयरपोर्ट पर उतरे थे। वे पाली जिले के बारवा गांव निवासी जितेन्द्र मेघवाल को न्याय दिलाने की मांग को लेकर पाली मुख्यालय पर आ रहे थे। लेकिन पाली जिले में धारा 144 लगी होने के कारण उदयपुर में ही उन्हें रोक लिया गया।



इधर पाली में दिनभर रही शांति

पाली शहर जिले भर में रविवार को भी पुलिस का पहरा रहा। बाहर से आने वाले वाहनों की जांच की गई। इसके साथ पाली शहर के कलेक्ट्रेट के बाहर से लेकर मोहल्लों में पुलिस बल तैनात रहा। शहर में रविवार को छुट्‌टी का दिन होने के कारण लोगों की सड़कों पर कम ही आवाजाही दिखी। शहर का कलेक्ट्रेट परिसर भी रविवार को सूना नजर आया। यहां एएसपी बुगलाल मीणा, सीओ सोजत हेमंत जाखड़, सीओ सुमेरपुर रजत विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस टीम तैनात नजर आई।

भीम आर्मी चीफ उदयपुर से दिल्ली लौटे
उदयपुर में उन्होंने मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें मृतक जितेन्द्र के परिवार को 50 लाख का मुआवजा, उसके भाई को सरकारी नौकरी, मृतक के परिवार व गवाहों की सुरक्षा, पूरा मामला केस ऑफिसस स्कीम में चलाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। दोपहर 3 बजे की फ्लाइट से चंद्रशेखर आजाद, जयंत चौधरी दिल्ली रवाना हुए।




मुख्यमंत्री के नाम किया ट्वीट
चंद्रशेखर आजाद ने एक ट्वीट किया। जिसमें लिखा कि जितनी पुलिस उन्हें रोकने के लिए लगाई। उतनी अगर सामंतवाद खत्म करने में लगाई होती तो जितेन्द्र मेघवाल की हत्या नहीं होती।

यह है मामला
ज्ञात रहे कि बाली के बारवा गांव निवासी जितेन्द्र मेघवाल 15 मार्च 2022 को बाली हॉस्पिटल से बाइक पर अपने दोस्त के साथ घर जा रहा था। इस दौरान रास्ते में रमेशसिंह व सूरजसिंह ने आए ओर चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था जो अब न्यायिक अभिरक्षा में हैं। मृतक जितेन्द्र मेघवाल बाली हॉस्पिटल में कोविड हेल्थ सहायक के पद पर कार्यरत था।
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