घर के हर सदस्य के अलग बयान एक ने कहा की नहीं हुआ रैप, दूसरे ने कहा हुआ सच अब भी कही छिपा हुआ
न्यूड हालत में मिली थी युवती सड़क पर -गैंगरेप पीड़िता के गांव से ग्राउंड रिपोर्ट
रिपोर्ट लिखाने वाले रिश्तेदार ने कहा-पुलिस ने दिनभर थाने पर बैठाया; आरोपियों ने समझौते को दिया लालच
मुरादाबाद- मुरादाबाद में नाबालिग से गैंगरेप के मामले में नया मोड़ आया है। घटना के 21 दिन बाद पीड़िता के पिता का कहना है कि उनकी बेटी के साथ ऐसी कोई वारदात हुई ही नहीं। मंगलवार को ही घटना का एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वारदात के बाद पीड़िता सड़क पर न्यूड हालत में दौड़ती नजर आ रही थी। सच जानने के लिए मीडया ने गैंगरेप पीड़िता के गांव में पड़ताल की। घटना की रिपोर्ट लिखाने वाले उसके रिश्तेदार के गांव में भी मीडिया पहुंचा। पीड़िता के गांव में 1 सितंबर की घटना हर किसी की जुबान पर है। बेशक पीड़िता के पिता और बड़ी बहन अब वारदात से मुकर रहे हैं लेकिन चश्मदीद अपने बयान पर कायम हैं।
पीड़िता खुद भी कुछ कहने की स्थिति में नहीं
पीड़िता मानसिक रूप से कमजोर है और खुद कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। अलबत्ता रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पीड़िता के रिश्तेदार का कहना है कि आरोपियों ने पहले उन्हें मैनेज करने की कोशिश की, नहीं कर पाए तो रिश्ते के साले को फुसलाकर मामला दबाने में जुटे हैं। SSP हेमंत कुटियाल ने मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं होने की बात कही है। वहीं वीडियो सामने आने के बाद बुधवार को पीड़िता के बयान लेने के लिए CWC की टीम भी गांव पहुंची।
सबसे पहले फूफा की बात
"मुझे दिनभर थाने पर बैठाया, लालच भी दिया"
"मेरे साले की बड़ी बेटी, जो अब इस घटना काे झुठला रही है, खुद उसी ने फोन करके मुझे घटना की जानकारी दी थी। उसने फोन पर कहा था कि उसकी छोटी बहन को गांव के 5 लड़के उठा ले गए और जंगल में ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया। इसके बाद मैं अपनी पत्नी के साथ साले के घर पहुंचा और रिपोर्ट लिखाई। मेरे साले को शराब की लत है और आरोपियों ने उन्हें लालच देकर अपने साथ कर लिया है। मुझे भी समझौता कराने के लिए लालच दिया गया था। जब मैं बच्ची को लेकर बयान दर्ज कराने भोजपुर थाने गया था तो पुलिस ने मुझे पूरे दिन थाने पर बैठाए रखा। पुलिस ने भी आरोपियों से बातचीत कर लेने का दबाव बनाया। बाद में थाने से ग्राम प्रधान के साथ भेज दिया, जिसका खुद का बेटा इस घटना में शामिल था। प्रधान ने मुझे मुरादाबाद ले जाकर जबरन स्टांप पेपर पर दस्तखत कराने की कोशिश की। मुझे समझौते के लिए धमकाया भी गया।"
चश्मदीद ने कहा-मेरी नजरों के सामने हुई घटना
गांव के रईस अहमद का कहना है कि घटना उनकी नजरों के सामने की है। रईस बोले- " मैं उस वक्त खेत पर पानी चला रहा था। तभी मैंने लड़की के चीखने की आवाज सुनी तो दौड़कर उधर पहुंचा। मुझे देख आरोपी लड़के वहां से भाग गए और लड़की भी बिना कपड़ों के ही घर की ओर दौड़ पड़ी।"
रईस ने कहा- अब क्यों इस मामले को झुठलाया जा रहा है, मुझे नहीं पता। बोले- जिसे सुबूत चाहिए वो पेट्रोल पंप और उस रास्ते की दुकानों पर लगे कैमरों में रिकॉर्डिंग चेक कर ले।
अब बड़ी बहन के बयान
"मेरी बहन मुझे मेले में न्यूड मिली थी"
जिस नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप की रिपोर्ट भोजपुर थाने में दर्ज है,वो मानसिक रूप से कमजोर है और खुद कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं है। लिहाजा हमने उसके साथ मौजूद उसकी बड़ी बहन से 1 सितंबर को हुई घटना के बारे में जानकारी की। उसने मीडिया को बताया-
"1 सितंबर को हमारे गांव में मेला लगा था। मैं अपने मां-पापा के साथ मेला देखने गई थी। मेरी बहन मानसिक रूप से कमजोर है इसलिए हम उसे घर ही छोड़ गए थे। जब हम मेला देखने के बाद लौटकर घर आए तो मेरी बहन घर पर नहीं थी। हम उसे ढूंढने गए तो वो मुझे मेले में न्यूड मिली। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। मैं उसे तुरंत अपने घर ले आई। "
"दुश्मनी निकालने को मेरी बहन का इस्तेमाल किया"
गैंगरेप पीड़िता की बहन ने बताया-
"मेरी बहन के साथ गैंगरेप नहीं हुआ है। वो अपनी खराब मानसिक हालत की वजह से अक्सर अपने कपड़े खुद ही फाड़ लेती है। उस दिन भी यही हुआ होगा। इसीलिए हमने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। लेकिन गांव के रईस अहमद ने मेरे फूफा को 55 हजार रुपये का लालच देकर अपने साथ मिला लिया। इसके बाद 7 सितंबर को मेरे फूफा आए और मेरी बहन को बहाने से अपने साथ ले जाकर गांव के 5 लोगों के खिलाफ गैंगरेप की रिपोर्ट लिखा दी। हमें इसकी जानकारी कई दिन बाद हुई। जिन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई गई है उनकी रईस से दुश्मनी चल रही है।"
बुआ क्या कहती हैं
उसने खुद अपने कपड़े कभी नहीं फाड़े
गैंगरेप पीड़िता की बुआ ने मीडिया को बताया कि उनकी भतीजी ने खुद से अपने कपड़े कभी नहीं फाड़े। वो मानसिक रूप से कमजोर है और अक्सर घर में ही रहती है। अपने भाई और बड़ी भतीजी के बयान पर महिला ने कहा कि, आज इस घटना पर पर्दा डालकर मेरे भाई बहुत गलत कर रहे हैं।
प्रधान के बेटे को बचाना चाहती है पुलिस
जिन पांच लोगों के खिलाफ भोजपुर थाने में नाबालिग लड़की से गैंगरेप की एफआईआर दर्ज है, उनमें पीड़िता के गांव के प्रधान का बेटा भी शामिल है। पीड़िता के फूफा की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में पीड़िता के गांव के प्रधान बब्लू के बेटे नितिन के अलावा कपिल पुत्र वीर सिंह, अजय पुत्र सूरजपाल, नौशे अली पुत्र फिदा हुसैन और इमरान पुत्र रियासत को नामजद किया गया है। इनमें से नौशे अली को पुलिस जेल भेज चुकी है, जबकि बाकी 4 आरोपी अभी आजाद हैं। गांव के लोगों ने बताया कि सप्ताहभर पहले भोजपुर पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ लिया था। लेकिन नौशे के अलावा बाकी सभी को प्रधान के साथ गांव वापस भेज दिया।
रास्ते से अगवा करके किया था गैंगरेप
मुरादाबाद में भोजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में 1 सितंबर की शाम मेला देखने गई नाबालिग लड़की को 5 लड़कों ने अगवा कर लिया था। लड़कों ने पास के गांव सैदपुर खद्दर के जंगल में ले जाकर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया और उसे निर्वस्त्र हालत में सड़क पर छोड़ दिया था। पीड़िता के फूफा ने 7 सितंबर को एसएसपी से शिकायत की थी। जिसके बाद भोजपुर थाने में पांचों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप की एफआईआर दर्ज हुई थी। 15 सितंबर को पुलिस ने नामजद आरोपियों में से एक नौशे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मंगलवार को इस घटना का एक वीडियो सामने आया, जिसमें गैंगरेप पीड़िता सड़क पर न्यूड अवस्था में दौड़ती नजर आ रही है।
क्या कहती है एफआईआर
1 सितंबर को हुई इस घटना की रिपोर्ट ठाकुरद्वारा के एक गांव में रहने वाले पीड़िता के फूफा ने दर्ज कराई थी। FIR में उन्होंने कहा-
"मेरे साले की बेटी, जिसकी उम्र 15 साल है, वो 1 सितंबर की शाम को करीब 7 बजे गांव में ही छड़ी का मेला देखने गई थी। मेले से लौटते समय गांव के ही नितिन, कपिल, अजय, नौशे और इमरान ने दो बाइकों पर उसे जबरदस्ती उठाकर ले गए। सैदपुर खद्दर के जंगल में ले जाकर उन्होंने मेरे साले की बेटी के साथ जबरदस्ती गैंगरेप किया। उसकी चीखें सुनकर पास में खेत में पानी चला रहे रईस ने आरोपियों को डांटा फटकारा तो वो मेरी भतीजी को निर्वस्त्र हालत में छोड़कर वहां से भाग गए। मेरी भतीजी बिना कपड़ों के ही रात को करीब 8 बजे भागकर किसी तरह घर पहुंची। मेरा साला और उसकी पत्नी मंदबुद्धि हैं इसलिए मेरे साले की बड़ी बेटी ने फोन करके इस घटना की सूचना मुझे दी। "