मासूमों की मौत कैसे हुई? जवाब मांग रहे माता-पिता
मासूमों की मौत कैसे हुई? जवाब मांग रहे माता-पिता
धरने पर बैठे थे, पुलिस ने धक्का-मुक्की की; पीड़ित बोले- न्याय नहीं तो सुसाइड ही आखिरी रास्ता
बाड़मेर- बाड़मेर जिले के शिव देवका गांव में दो मासूम बच्चों के मौत मामले में मां-पिता सहित समाज के लोग कलेक्ट्रेट के आगे धरने पर बैठे हैं। धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी है। पहले दिन कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद धरना दे रहे लोगों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई थी। पुलिस और प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई थी। माता-पिता का कहना है कि जमीन के लिए हमारे दोनों बेटों को मर्डर कर दिया। बीते एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस पर आरोपियों से मिली भगत का आरोप लगाया है। मृतकों की मां कहना है कि मासूम बेटों को न्याय नहीं मिला तो हम दोनों सुसाइड कर लेंगे।
यह था मामला
दरअसल, बाड़मेर जिले के शिव थाना में देवका गांव के पास एक खेत में बनी डिग्गी पानी से भरी हुई थी। इसमें मई 2022 में भूपेंद्र गिरी के दो बेटे विकास(14) और लोकेश(11) के शव मिले थे। बताया गया कि भूपेंद्र गिरी के दो बेटे ही थे। उस समय पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों बेटों के शवों को परिजनों को सुपुर्द कर दिया। इसके बाद माता-पिता के संदेह और शिकायत पर मृतक बच्चों के शव को समाधि से बाहर निकालकर पोस्टमॉर्टम करवाया गया। वहीं एफएसएल टीम ने सबूत भी जुटाए। लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
मां-पिता और समाज के लोगों ने दिया धरना
मां उर्मिला का कह है कि बीते एक साल से ज्यादा बीत गया है। थाने से लेकर एसपी ऑफिस तक कई बार चक्कर काट चुके हैं। लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं करने और न ही रिपोर्ट बताने से आहत हैं। मजबूरी हम लोगों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट के आगे अनिश्चितकालीन धरना दिया।
पुलिस-पीड़ित के बीच नोकझोंक का वीडियो
पीड़ित परिवार व समाज के लोग सोमवार शाम को एसपी को ज्ञापन देने के बाद वापस कलेक्ट्रेट गेट से बाहर निकल रहे थे। परिजन गेट पर धरना देने लगे तो पुलिस ने गेट पर बैठने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस व पीड़ित परिवार के बीच नोकझोंक हो गई। वहीं पुलिस ने पीड़ित परिवार को धक्के देकर वहां से धरना स्थल तक पहुंचाया। वहां पर खड़े किसी व्यक्ति ने वीडियो बना लिया।
पीड़ित परिवार बोला- पुलिस ने हमें धक्का दिया
मृतकों की मां उर्मिला का कहना है कि मेरे दोनों बच्चों की मौत को एक साल से ज्यादा का समय बीत गया है। लेकिन अभी तक मेरे बच्चों को न्याय नहीं मिला है। एसपी दर्जनों बार मिल चुकी हूं। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अगर हमें न्याय नहीं मिलता तो हमारे पास सुसाइड करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। ज्ञापन देने के बाद वापस आने के दौरान पुलिस ने हमें धक्का दिया। हमें न्याय नहीं मिलेगा तब तक हमारा धरना प्रदर्शन चलता रहेगा। वहीं पिता भूपेंद्र गिरी का कहना है कि हमें न्याय के लिए धरना दे रहे हैं लेकिन पुलिस हमारे धक्का-मुक्की कर रही है। हम पुलिस से न्याय नहीं मांगेगे तो किसे मांगे।
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