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रविंद्र सिंह भाटी की सुरक्षा बढ़ाई, 2 PSO रहेंगे साथ

 रविंद्र सिंह भाटी की सुरक्षा बढ़ाई, 2 PSO रहेंगे साथ

लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी तक रहेगी एक्स्ट्रा सिक्योरिटी, प्रदेशभर में दिए थे ज्ञापन



बाड़मेर - बाड़मेर लोकसभा के निर्दलीय प्रत्याशी और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकियां मिली थी। इसके बाद प्रदेश भर में भाटी को सुरक्षा देने की मांग उठने लगी। जयपुर से मिले आदेशानुसार विधायक का एक पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) और बढ़ाया है। लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने तक दो पीएसओ सुरक्षा में तैनात रहेंगे। एक पीएसओ सादा वर्दी और दूसरा वर्दी में साथ रहेगा। एसपी बाड़मेर ने पीएसओ को सुरक्षा के लिए रवाना कर दिया गया है। दरअसल, 26 अप्रैल को वोटिंग के दौरान कुछ बूथों पर मारपीट, धरना प्रदर्शन और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। इस दौरान बायतु थाना पुलिस ने निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के समर्थकों को गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के विरोध में 27 अप्रैल को रविंद्र सिंह भाटी अपने समर्थकों के साथ बालोतरा एसपी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान सोशल मीडिया पर रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकी दी गई थी। हालांकि पुलिस ने एक दिन पहले धमकी देने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने फर्जी आईडी बनाकर धमकी दी थी। बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने पुलिस अधीक्षक सीआईडी (सुरक्षा) राजस्थान जयपुर के पत्र के आधार पर रविंद्र सिंह भाटी शिव विधायक की सुरक्षा के लिए लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने तक 2 पीएसओ जिसमें से एक तखतसिंह जो पूर्व में सादा वर्दी में तैनात है। वहीं रतनसिंह कॉन्स्टेबल को वर्दी के रूप में लगाया गया है। रतनसिंह हथियार के साथ रविंद्र सिंह भाटी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसओ ड्यूटी के लिए लगाया गया है और उसे रवाना किया गया है।



27 अप्रैल को मिली थी सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी

धमकी वाली पोस्ट में मघाराम ने रोहित गोदारा कपूरीसर नाम की फेक आईडी से धमकीभरे अंदाज में लिखा- रविंद्र सिंह भाटी को स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि अगर इस तरह से उछलने की कोशिश की तो वह दिन दूर नहीं होगा कि लोग कहेंगे एक और राजूपत सितारा(पूर्व सुखदेव सिंह गोगामेड़ी) चला गया।हम तो चुनाव से पहले ही बहुत कुछ बदल सकते थे। लेकिन मेरे लोगों में उम्मेदाराम बेनीवाल के कांग्रेस में जाने की निराशाजनक स्थिति के कारण ही रविंद्र सिंह भाटी इस लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रह पाया। वरना हमने तो बड़े- बड़ों को भी अनेक बार पैरों के नीचे रखा है। हमको न तो कोई चुनाव लड़ना है और न ही सत्ता का शौक है। हम चाहते हैं कि हमारी कौम के ऊपर कोई गलत नजरिए से देखने की हिम्मत न करे।



एक दिन पूर्व पुलिस ने किया था गिरफ्तार, पूछताछ में बताई धमकी देने की पूरी कहानी

बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- राजेश्वरी थाना अधिकारी ने पूछताछ के बाद मघाराम को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास एक मोबाइल में दो सिम मिली। इनमें फेसबुक व इंस्टाग्राम पर तीन आईडी थी। पहली मघाराम, दूसरी रोहित गोदारा कपूरीसर और तीसरी मुकेश उर्फ मघाराम 123 के नाम से थी। मघाराम ने 45 दिन पहले रोहित गोदारा के नाम से आईडी बनाई थी। वह बालोतरा में सर्वेश्वर उद्योग तीन फेस जल चौराहा (बालोतरा) स्थित कपड़े की दुकान पर काम करता है। रोहित गोदारा की फोटो प्रोफाइल कवर लगाई थी। 27 अप्रैल की शाम को बालोतरा से घर जाने के लिए बस से रवाना हुआ तब सिणधरी व बालोतरा के बीच में उसने इसी आईडी से एक पोस्ट रविंद्र सिंह भाटी की आईडी पर तथा एक पोस्ट समाचार चैनल पर पोस्ट की।

कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी

इसके बाद दो-तीन घंटे के भीतर ही मीडिया पर खबरें आईं तो उसने सारे पोस्ट डिलीट कर दिए। रोहित गोदारा कपूरीसर वाली आईडी का नाम बदलकर गुमान सिंह जोधपुर के नाम से आईडी बना ली। फिर डरते हुए रात में उस आईडी को डिलीट कर दिया। फेसबुक व इंस्टाग्राम पर लोगों के रविंद्र सिंह भाटी व उम्मेदा राम बेनीवाल के बारे में कमेंट देखें तो आवेश में आकर उसने फर्जी आईडी से कमेंट किया था।




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