कलश लेकर महिलाएं हुई शामिल, मंत्री और सांसद समेत देशभर से आएंगे जनप्रतिनिधि
बाड़मेर : बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी में 3 दिवसीय राजेश्वर मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की सोमवार को कलश यात्रा के साथ शुरुआत हुई। डीजे की धुन के साथ गुड़ामालानी कस्बे के मुख्य मार्गों से श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा निकाली। बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लेकर शामिल हुई। शिकारपुरा धाम के गादीपति महंत दयाराम महाराज के सानिध्य में प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को आलपुरा स्थित कलबी समाज की भूमि पर नवीन स्कूल का शिलान्यास भी किया जाएगा। दरअसल, आंजणा कलबी समाज की ओर से तीन दिवसीय राजेश्वर मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन गुड़ामालानी स्थित राजाराम मंदिर में किया जा रहा है। इसके तहत सोमवार को कलश यात्रा राजा मंदिर से रवाना होकर बस स्टैंड, राणा प्रताप बाजार, कोर्ट परिसर, मेगा हाईवे कृषि मंडी, अहिंसा सर्किल होते हुए वापस राजा मंदिर तक पहुंच कर सम्पन्न हुई। कलश यात्रा में पुरुष पारंपरिक वेशभूषा पहनकर शामिल हुए। शोभायात्रा के बाद वहां पर भामाशाहों का सम्मान किया गया। वहीं रात को भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।
कल होगा स्कूल का भूमि पूजन, 22 को होगी प्राण-प्रतिष्ठा
महोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को आलपुरा गांव स्थित कलबी समाज भूमि पर नवीन स्कूल का शिलान्यास किया जाएगा। महोत्सव के तीन दिन तक भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। वहीं अंतिम दिन मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ विशाल धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा।
मंत्री, सांसद सहित जनप्रतिनिधि होंगे शामिल, भजन संध्या में कलाकार देंगे प्रस्तुति
कलबी समाज के अध्यक्ष टीकमाराम पटेल ने बताया- महोत्सव में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, राज्य मंत्री के के विश्नोई, जालोर सांसद लुम्भाराम चौधरी, सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल सहित देशभर से जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। तीन दिवसीय महोत्सव की भजन संध्या में गौभक्त वेलाभाई थराद एंड पार्टी चेतना पटेल, चंद्रिका चौधरी, किंजल पटेल, हेमराज गोयल पाली, अशोक प्रजापत प्रस्तुतियां देंगे।
संतों, महिलाओं और लोगों के लिए अलग-अलग पांडाल
भगवान राजेश्वर मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर बड़ा पांडाल तैयार किया गया है। पांडाल के पीछे पांच बड़े-बड़े डोम भी लगाए है। इसमें भोजन, संतों, महिलाओं व आमजन के लिए बैठने व रहने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जनप्रतिनिधियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। पांडाल में प्रदर्शनी, झांकियां व मंच तैयार किया जाएगा। जागरण के दौरान पांडाल में एक लाख से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है।