नागौर में महाराजा सूरजमल की मूर्ति को लेकर तनाव चरम पर दो पक्षों में जमकर पथराव, पुलिस ने दोनों ओर से लोगों को खदेड़ा; 5 थानों का जाब्ता व RAC तैनात
नागौर। जिले के जोधियास गांव में महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापना को लेकर मंगलवार सुबह भारी तनाव पैदा हो गया। बस स्टैंड चौराहे पर सार्वजनिक स्थल पर मूर्ति लगाने के मुद्दे पर दो पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते विवाद बढ़ा और दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस और RAC के जवानों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भीड़ को खदेड़ा और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
सुबह 5 बजे से दोनों पक्ष धरने पर बैठे थे
मंगलवार तड़के करीब 5 बजे दोनों पक्ष अपने-अपने समर्थन और विरोध में धरने पर बैठ गए थे। सूचना पर प्रशासन हरकत में आया और एहतियातन 5 थानों की पुलिस, साथ ही RAC की टुकड़ियों को मौके पर तैनात कर दिया गया। बावजूद इसके दोपहर होते-होते माहौल गरमाता गया और पथराव की नौबत आ गई।
विवाद की जड़—सार्वजनिक स्थल पर मूर्ति स्थापना
एक पक्ष का कहना है कि उन्हें महाराजा सूरजमल या किसी भी महापुरुष की मूर्ति लगाने पर आपत्ति नहीं है, लेकिन बस स्टैंड चौराहा सभी सरकारी कार्यालयों और मुख्य आवागमन का केंद्र है। यहां पहले से पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है। ऐसे में सार्वजनिक स्थल पर मूर्ति लगाना अव्यवस्थित होगा। वे चाहते हैं कि मूर्ति गांव के किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर लगाई जाए।
दूसरा पक्ष—ग्राम सभा प्रस्ताव पास कर चुकी
वहीं दूसरे पक्ष का दावा है कि ग्राम सभा पहले ही यहां मूर्ति लगाने का प्रस्ताव पास कर चुकी है। सरपंच प्रतिनिधि दयालराम मूंड के अनुसार, प्रस्ताव जिला कलेक्टर को अनुमोदन के लिए भेजा गया था और वहां से संभागीय आयुक्त को भेजा गया है, लेकिन अंतिम स्वीकृति अभी लंबित है। इसी बीच सोमवार देर रात एक पक्ष ने मौके पर ही महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित कर दी, जिससे विवाद अचानक भड़क गया।
एक साल से चल रहा है विवाद
प्रशासन के अनुसार, पिछले एक वर्ष से इस स्थल पर मूर्ति स्थापना को लेकर विवाद जारी है। ग्राम पंचायत ने पहले भगवान परशुराम, महाराणा प्रताप और महाराजा सूरजमल—तीनों की मूर्तियां लगाने का विचार किया था, लेकिन स्थान चयन को लेकर सहमति नहीं बन पाई। देर रात हुई एकतरफा स्थापना ने स्थिति को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया।
सरपंच पर शह देने का आरोप
कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्थानीय सरपंच कमला मूंड और सरपंच प्रतिनिधि दयालराम मूंड की शह पर देर रात यह मूर्ति लगाई गई। जबकि दूसरा पक्ष इसे गांव के सौंदर्यीकरण का कदम बता रहा है।
पुलिस चौकसी बढ़ी, स्थिति नियंत्रण में
घटना के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र में चौकसी बढ़ा दी है। भीड़ को हटाकर क्षेत्र को खाली कराया जा चुका है। अधिकारियों ने कहा है कि शांति भंग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी और विवाद के समाधान के लिए पंचायत व प्रशासन के बीच वार्ता कराई जाएगी।
