आहोर में डॉ. भीमराव अंबेडकर संघर्ष समिति ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
आहोर (जालोर)। डॉ. भीमराव अंबेडकर संघर्ष समिति, आहोर ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी आहोर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम एक ज्ञापन सौंपा। समिति ने ज्ञापन में डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़ द्वारा अनुसूचित क्षेत्र के आदिवासी युवाओं के साथ कथित अमानवीय व दमनकारी व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है।
समिति ने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए सड़क दुर्घटना प्रकरण में डीएसपी ने पीड़ितों के साथ संवेदनशीलता बरतने के बजाय काकरी डूंगरी प्रकरण की तरह गाली-गलौज कर दबाव बनाने का प्रयास किया। ज्ञापन में मांग की गई कि डीएसपी पर एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत एफआईआर दर्ज कर उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाए, ताकि आदिवासी समाज को न्याय मिल सके।
समिति ने कहा कि पिछले दस वर्षों से उदयपुर संभाग के विभिन्न जिलों—भीलवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, सिरोही, पाली, बाड़मेर, सलूंबर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़—में आदिवासियों के साथ पुलिस द्वारा अन्यायपूर्ण व गैरकानूनी घटनाएं बढ़ रही हैं।
ज्ञापन में बताया गया कि 23 अक्टूबर 2025 को सुबह 9 बजे सर्व समाज की उपस्थिति में शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया गया था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी वार्ता के लिए मौके पर नहीं पहुंचे। आरोप है कि शाम करीब 4 बजे डीएसपी सूर्यवीर सिंह ने स्थल पर पहुंचकर डॉक्टर राम मीणा से अभद्रता की। धरने के दौरान कुछ लोगों द्वारा भारत आदिवासी पार्टी के विधायक प्रत्याशी डॉ. राम मीणा की गाड़ी को JCB मशीन से नुकसान पहुंचाने की भी शिकायत की गई।
समिति ने यह भी बताया कि शांतिपूर्ण धरने के बावजूद 40 आदिवासी युवाओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
समिति ने राष्ट्रपति से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपने के दौरान समिति अध्यक्ष अचलेश्वर राणा, संरक्षण सुरेश सिंघल, फतेहराज गोयल, खेतपाल भायल, मफतलाल, मदन सेन, भरत सोलंकी, भरत कुमार, विनोद सहित कई युवा मौजूद रहे।