चाय की होटल चलाने वाले लोगों का जीवन यापन हो रहा है बहुत मुश्किल उन लोगों को किसी भी प्रकार की नहीं मिली है सरकार से सुविधा
ग्रीन जोन में चाय की होटले शुरू की जाए राजपुरोहित
एक आईना भारत
भरत सिंह राजपुरोहित
अगवरी श्री राजपुरोहित रघु सेना प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भरत सिंह राजपुरोहित अगवरी ने केंद्र सरकार और राज्य सरकारों से उनको स्पष्ट और खरे शब्दों में कहा है कि पिछले 2 महीनों से कोरोना की महामारी के कारण पूरे भारतवर्ष में लॉक डाउन है जिसकी वजह से हर कोई व्यक्ति परेशान है और उसमें मुख्य रूप से चाय की होटल चला कर अपने परिवार का गुजारा करने वाले राजस्थानी भाई पूरे भारतवर्ष में परेशान हैं क्योंकि उनकी 2 महीनों से होटले बंद है सरकार जब शराब के ठेके खोल सकती हैं तो चाय की होटल क्यों नहीं खोल सकती हैं क्योंकि भारतवर्ष में रहने वाले सभी लोग शराब का सेवन नहीं करते लोग चाय भी पीते हैं और उनसे गरीब परिवारों के घर का गुजारा चलता है राजस्थान सरकार और भारत सरकार से मांग है कि जिन गांवों में जिन तहसील स्तर पर ग्रीन जोन है वहां पर चाय की होटल शुरू करने की अनुमति कुछ विशेष शर्तों पर होटल संचालकों को दे देनी चाहिए की होटल पर किसी को ना बैठाया जाए चाय देकर सीधा रवाना करें और मुंह पर मास्क लगाए उन्हें ही चाय दी जाए लगाए यदि सरकार इस प्रकार से कुछ नहीं कर सकता करना चाहती तो लॉक डाउन के समय से जिनकी चाय की होटल बंद है तो फिर चाय की होटल चलाने वाले संचालकों को प्रत्येक महीने ₹10000 उनके खाते में जमा करवाएं क्योंकि चाय की होटल चलाने वाले लोग करोड़पति नहीं है उनके घर उनका गुजारा कैसे चलेगा इस और सरकार को विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है नहीं तो गरीब मजदूरों के जीवन यापन के लाले पड़ जाएंगे शराब से सबको पता है नुकसान होता है लेकिन चाय पीने से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता उसके बावजूद भी सरकार ने चाय की होटलों को खोलना उचित क्यों नहीं समझा इस और भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है सरकार से यह मांग रहेगी कि ग्रीन जोन में जल्द से जल्द चाय की होटल ले खोली जाए जैसे कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए और उन्हें रोजगार उपलब्ध हो सके
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