राजस्थान पत्रिका की प्रतियां जलाकर जताया विरोध

एक आईना भारत
संवाददाता खेराज नेैण
नागौर

राजस्थान पत्रिका की प्रतियां जलाकर जताया विरोध

राजस्थान पत्रिका के एडिटर इन चीफ गुलाब कोठारी ने 28 अप्रैल को राजस्थान पत्रिका में पुनर्विचार आवश्यक नामक एक लेख लिखा इस लेख में गुलाब कोठारी ने भारत सरकार से कोरोनावायरस की आड़ में एससी एसटी का रिजर्वेशन खत्म करने के लिए कहा जोकि घोर निंदनीय है। नागौर के समस्त एससी एसटी ओबीसी वर्ग के नागरिकों ने राजस्थान पत्रिका की प्रतियां जलाकर गुलाब कोठारी की मनुवादी सोच का विरोध किया एससी एसटी के लोगों ने गुलाब कोठारी को चेतावनी देते हुए कड़े शब्दों में कहा की गुलाब कोठारी की मनुवादी सोच को कभी सफल नहीं होने देंगे जब तक गुलाब कोठारी जैसे मनुवादी सोच के लोग भारत में रहेंगे तब तक एससी एसटी का रिजर्वेशन भी रहेगा। नागौर के अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी के कार्यकर्ताओं ने अजाक के कार्यकर्ताओं ने दलित संगठन के कार्यकर्ताओं ने आज अपने अपने घरों के बाहर राजस्थान पत्रिका की प्रतियां जलाई तथा गुलाब गुलाब कोठारी की घोर निंदा की विरोध करने वाले नागरिकों में मुख्य रूप से वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष भजन सिंह ,सचिव ओपी वर्मा मीडिया प्रवक्ता कैलाश वर्मा ,पीआर चायल संयुक्त  सचिव ,भंवरलाल घांघल, ईश्वर प्रसाद कुलदीप, जोगेंद्रसिंह खुड़ीवाल आदि कई लोग उपस्थित थे। इसी तरह से नागौर के ग्रामीण इलाकों में भी गुलाब कोठारी की मनुवादी सोच का विरोध उभर कर सामने आया नागौर के ग्राम जटेरा में दलित युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने राजस्थान पत्रिका की प्रतियां जलाकर मनुवादी गुलाब कोठारी का पुरजोर से विरोध किया देवेंद्र चायल, घनश्याम चायल, राधेश्याम ,बद्रीराम निर्मल तेजाराम ,भगवानाराम, कौशलराज ,शैतानराम उदाराम  ,मंगलाराम ,आदि युवा प्रतियां जलाने उपस्थित थे।
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