पाईप लाईन का काम पूर्ण, लॉकडाउन के चक्कर में कनेक्शन का अटका काम

एक आईना भारत /
सेतरावा
महेन्द्रसिंह भाटी - रायसर

पाईप लाईन का काम पूर्ण, लॉकडाउन के चक्कर में कनेक्शन का अटका काम 

हिमालय पेयजल योजना में कई पंचायतो में केवल लाईन जोड़ने का काम बाकी

विधानसभा क्षेत्र शेरगढ़ में हिमालय पेयजल योजना के द्वितीय चरण का कार्य इन दिनों लोक डाउन के कारण ठप पड़ा है ।
 हिमालय परियोजना के द्वितीय चरण में वंचित रहे राजस्व गांव व 100 से अधिक आबादी की ढाणियों को जोड़ने की योजना थी, जिसके तहत पाइप लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है मात्र लाइनों को जोड़ने का कार्य बाकी रहा था इसी दरमियान देशभर में कोरोना वायरस के मध्य नजर लॉकडाउन लग जाने से काम को रोक दिया गया ।
जिससे इस भयंकर गर्मी में पेयजल से वंचित ढाणियों व राजस्व गांव को उन योजना के तहत लगाई गई पाइप लाईन का फायदा नहीं मिल पाया ।
ग्रामीणों ने बताया की सरकार ने जिस प्रकार शराब के ठेके खुलने की छूट दी है उसी प्रकार ठेकेदारों को कनेक्शन जोड़ने की छूट दे दी जाए तो सैकड़ों ढाणियों व राजस्व गांव इस योजना से लाभान्वित हो सकते हैं ।
गर्मी के इस भयंकर दौर में एक तरफ कोरोना की मार वहीं दूसरी तरफ पेयजल संकट लोगों के लिए बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है ।
ऐसे में सरकार को इस पेयजल संकट को आवश्यक सेवाओं में शामिल करते हुए कनेक्शन जोड़ने की छूट दी जानी चाहिए ।

(खेळिया भी पड़ी हैं सुखी)

हिमालय परियोजना की पाईप लाईन के अंतिम छोर पर खेळिया भी बना दी गई हैं लेकिन कनेक्शन नहीं करने से वो भी सुखी पड़ी हैं ।

(वॉल से सिर पर उंचा कर पानी लाती हैं महिलाएं)

हिमालय परियोजना के सुवालिया एमबीआर जाने वाली लाईन पर प्रतापसागर तिराहे के पास लगा एयर वॉल रणजीतगढ़ की महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा हैं, जहां पर दिनभर महिलाएं पानी के मटके सिर पर उंचा कर एक किमी का सफर तय करती हैं ।

इनका कहना
1- जिस ग्राम पंचायत में पाईप लाईन का कार्य पूर्ण हो चुका हैं वहा पर लॉकडाउन खुलने के बाद प्राथमिकता के साथ कार्य पूर्ण कर पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी ।

ब्रिजपालसिंह - ठेकेदार
हिमालय परियोजना ।।

2- हिम्मतनगर से प्रतापसागर वाया रणजीतगढ़ लाईन का कार्य पूर्ण हो चुका हैं, मात्र वीटीसी का निर्माण कर कनेक्शन जोड़ना बाकी हैं, सरकार द्वारा छुट दे दी जाए तो दो राजस्व गांवो की 20 से अधिक टंकियो में पेयजल सप्लाई चालु हो सकती हैं ।

सिद्धराजसिंह राठौड़
अध्यक्ष, हिमालय पेयजल परियोजना, रणजीतगढ ।
और नया पुराने