स्वस्थ जीवन शैली के लिए दैनिक जीवन में योग जरूरी- शीला शर्मा
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त शीला शर्मा ने योग दिवस पर ऑनलाइन योग के गुर सिखाए।
पाली(ललित तिवारी)। पाली जिले के सोजत तहसील के गांव पीपलाज की योग गुरु शीला शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ऑन लाइन योग के गुर सिखाए। पीपलाज गांव की अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता 25 वर्षीय शीला शर्मा ने अपने जीवन का लक्ष्य योग को बनाया है। यह उनकी कार्यशैली में झलकता है। वे प्रतिदिन सवेरे fb पर ऑनलाइन अपने फ़ॉलोअर्स को योग सिखाते हुए दिखेगी व लोगो द्वारा स्वास्थ्य से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्नों के जवाब व उनके निवारण के लिए योग सिखाती है। शर्मा ने दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में बेस्ट योग गुरु का पदक हासिल किया था।यह प्रतियोगिता नागलोई के आनंद धाम आश्रम में आयोजित हुई थी। इसमें विश्व के पांच देशों के अनेक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें अपनी योग की प्रतिभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्तकर गोल्ड मेडल प्राप्त किया।शर्मा ने 17 वर्ष की उम्र से ही अपने पिता के द्वारा आस्था चैनल पर योग बाबा रामदेव के द्वारा बताए गए योग प्रतिदिन करते हुए योग शिक्षा में पारंगत हुई। इसके बाद में जगह जगह शर्मा द्वारा योग कक्षाएं लेकर लोगों को लाभ पहुंचाया शर्मा का कहना है कि उनका उद्देश्य गांव गांव जाकर योग कक्षाएं लेकर लोगों को योग के प्रति जागरूक करना है। जिससे किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने के लिए लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। वर्तमान में चल रही कोरोना महामारी मैं भी योग सबसे अचूक साधन है।
जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। वर्तमान में शर्मा द्वारा फेसबुक पर प्रतिदिन 2 घंटे लाइव योग क्लास लेकर सैकड़ों की संख्या में लोगों को योग प्राणायाम सिखया जा रहा है।शर्मा का उद्देश्य देश का हर नागरिक स्वस्थ हो और हमारी भारतीय संस्कृति को अपनाते हुए योग के गुर अपने बच्चों को भी सिखाए ताकि किसी भी प्रकार की बीमारी से लड़ने की ताकत शरीर में उत्पन्न हो। शर्मा ने बताया कि मैं कई गांवो में जाती हूं और वहां पर योग कक्षाएं लेकर लोगों को योग सिखाती हूँ,और यह सेवा मेरी निरंतर जारी रहेगी।
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