बालाजी मंदिर की जमीन पर बने अवैध शौचालय

*बालाजी मंदिर की जमीन पर बने अवैध शौचालय*

*मंदिर ट्रस्ट का आरोप, मंदिर की भोजन रसोई जमीन पर बने अवैध शौचालय*
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एक आईना भारत /अशोक राजपुरोहित 

पाली: रानी पंचायत समिति के बूसी गाँव में ग्राम पंचायत द्वारा मंदिर की जमीन पर अवैध तरीके से शौचालय बनकर तैयार हो गये जिसका लगातार विरोध मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पुनम सिंह राजपुरोहित व पदाधिकारी कर रहे थे। उनका कहना था कि ये जमीन मंदिर की जमीन हैं पिछले 60 वर्षो से बालाजी के जातरू इस भूखंड पर दाल बाटा चूरमा बनाकर बालाजी को भोग लगाते थे। 3 फरवरी 1994 को ग्राम पंचायत बूसी द्वारा इस जमीन का स्वामित्व प्रमाण पत्र ट्रस्ट के नाम जारी किया गया। ट्रस्ट द्वारा इस जमीन की चार दीवारी फाटक, प्याऊ, पानी कनेक्शन यह सब ट्रस्ट द्वारा किया गया। फिर अचानक इस जमीन पर ग्राम पंचायत का हक जमाना और इस जमीन पर बालाजी के लिए भोग लगाया जाता है वो जमीन पर आज अवैध शौचालय बनाकर हमारे स्वामित्व को सीधे चुनौती दे रहे है जबकि जातरू के लिए धर्मशाला में पहले से 12 शौचालय बने हुए हैं सनातन धर्म व हमारी संस्कृति के अनुसार जहाँ भगवान के भोग लगाने वाली जगह अर्थात रसोई की जगह शौचालय बनाना, हमारी संस्कृति के खिलाफ और धर्मप्रेमियों के भावना को ठेस पहुंची है ये जमीन पर बालाजी की रसाई हैं जहां बालाजी के भोग लगाने के लिए चूरमा बनाया जाता था और इस पर इस तरह से अवैध शौचालय बनाना हमारी संस्कृति के लिए घात है इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए विकास अधिकारी को जानकारी दी। उन्होने 4 मार्च 2020 को  रोकने का आदेश जारी कर दिया। फिर राजनीति दबाब के कारण आज इसका अवैध निर्माण कराकर सीधे सीधे हमारी सालो से चली आ रही बालाजी की परंपरा को बडा आघात पहुँचाया है और भारतीय संस्कृति की परंपरा के खिलाफ है जहाँ भगवान के लिए भोग लगाने के लिए रसोई थी वहां आज शौचालय बना दिये गये। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी और अध्यक्ष पुनम सिंह राजपुरोहित ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि हमारे भारतीय संस्कृति और मंदीर के सनातन परंपरा को बचाने के लिए इस अवैध शौचालय को तोडकर शीघ्र ही मंदिर ट्रस्ट को जमीन सुपुर्द की जाये।
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