अनदेखी - बेचने की अनुमति ओर नियमित सप्लाई के बाद भी धुम्रपान की वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे है
लॉक डाउन में जमकर हो रही तम्बाकू उत्पादों की कालाबाजारी
एक आईना भारत ।उम्मेदपुर
(संवाददाता- विक्रमसिह बालोत )
कोराना वाइरस के संक्रमण को लेकर किए गए लॉकडाउन में की जा रही तम्बाकू उत्पादो की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है।इसे जिम्मेदारों की अनदेखी कहे या व्यापारियों के बुलंद हौसले। राज्य सरकार द्वारा तम्बाकू, गुटखा उत्पादो पर प्रतिबंध हटाने के बाद भी कम्पनियां द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों मे किराणे की दुकानों में गुटखा, बीडी, तम्बाकू व सिगरेटों के डिलरों को सप्लाई करने के बावजूद भी कस्बे सहित आस-पास के गांवों में कालाबाजारी की जा रही है।जिसकारण छोटे दुकानदारो व गुटखा,बीडी -सिगरेट के शौकीनो को दुगने दाम खर्च होने से परेशान है ग्रामीणों ने बताया की लॉकडाउन में गुटखा उत्पादो पर प्रतिबंध होने से दुकानदारो ने कालाबाजारी कर चार-पांच गुणा दामों में गुटखा , मिराज ,तम्बाकू, बीडी -सिगरेट सहित कई धूम्रपान की वस्तुएं की निर्धारित मूल्यों से दुगना मूल्य दुकानदार वसूल कर बेचा गया। जब लोगों को मजबूरन ब्लैक में लेना पड़ा।लेकिन अब सरकार ने प्रतिबंध हटा दिया गया है और कम्पनीया ने डिलरों को सही रेट पर गुटखा -तम्बाकू, बीडी- सिगरेट भेज दिए हैं लेकिन फिर डिलरो द्वारा कृत्रिम अभाव बताकर गुटखा-तम्बाकु,बीड़ी,सिगरेट पर ब्लैक कर दुगने दामों में बेचा रहा हैं।प्रत्येक पैकट को दुगने दामों मे छोटे दुकानदारो को दिया जहा रहा है ।जिससे छोटे दुकानदारो को भी महंगे दामों में गुटखा उत्पाद बेचना पड़ रहा है।दुकानदारो ने बताया की थोक में भी महगें दामों में गुटखा उत्पाद मिल रहा है ।
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