पिछले एक पखवाड़े से टिड्डी दल ने किसानों की बढ़ाई चिंता, बार-बार हो रहे हमले , मंगलवार को मिठौड़ा क्षेत्र में बड़ी तादाद ने किया अटैक

पिछले एक पखवाड़े से टिड्डी दल ने किसानों की बढ़ाई चिंता, बार-बार हो रहे हमले , मंगलवार को मिठौड़ा क्षेत्र में बड़ी तादाद ने किया अटैक

संवाददाता कैलाश सिंह राजपुरोहित

सिवाना ।  कस्बे सहित क्षेत्र के आसपास गांव में टिड्डी दल ने पिछले 7 दिन से दस्तक दे रखी है किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं वहीं मंगलवार अलसुबह को सिवाना क्षेत्र के देवंदी अर्जीयाना, बिजलीया,देवड़ा,मेली ,  सहित आसपास के कई गांव में टिड्डी दल देखा गया।उपखंड  क्षेत्र में टिड्डी दल के देखे जाने से किसानों में बड़ा हड़कंप मच गया वहीं टिडडी बहुसंख्यक होने से फसलों को नुकसान पहुंचाने लगी किसानों को टिडडी दल के हमले से अपनी फसल के नुकसान होने की चिंता सताने लगी है इस पर किसानों को भगाने के लिए खेत में बर्तन ,ढोल बजाकर  धूंआ कर फसल का बचाव कर रहे हैं लेकिन उपखंड प्रशासन की ओर से टिड्डी को भगाने का प्रयत्न नहीं किया जा रहा है किसानों ने बताया कि मंगलवार को टिड्डी दल का सिवाना क्षेत्र के मिठोड़ा, धनवा, पंऊ, ईटवाया जालौर जिला सीमा से होकर प्रवेश किया अबकी बार किसानों की चिंता इतनी बढ़ा दी है की किसान आनन-फानन में टिड्डी भगाने का प्रयत्न कर रहे हैं लेकिन टिड्डी कहीं नहीं जा रही है तन सिंह, खुशाल सिंह,ने बताया की मंगलवार को सिवाना कस्बे सहित आसपास के कई गांवों में कृषि कुओं पर बाजरा अनार फल सब्जियां सहित अन्य फसलों पर जबरदस्त टिड्डयों का हमला हुआ  बैमौसम आई  टिडडी नियंत्रण विभाग व जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है वहीं कोरोना संक्रमण के बीच  किसानों की चिंता की लकीरें जम गई  हम आपको बता दें कि 7 दिन से सिवाना उपखंड क्षेत्र  मे  दल  ने बड़ा अफरा-तफरी मचा रखी है किसान अपने आप को ना समझ महसूस कर रहे हैं वहीं इधर उधर दौड़ भाग कर टिड्डी से फसल का बचाव कर रहे हैं लेकिन यह टिड्डी दल लाखों की संख्या में है दल रात को एक साथ फसल को नुकसान पहुंचा और फसल को चट करने में लगा है इस दल ने सबसे ज्यादा खतरा बाजरा अनार की फसल होता है

लगातार हो रहे हैं टिड्डीयां के हमले*

:- लगातार हो रहे हमले किसानों की फसलों पर संकट मंडरा रहा है गत साल से  टिड्डीयों ने हमलों से फसलों को चौपट कर दिया था और अब इस बार भी टिड्डी दल आने शुरू हो गए हैं लेकिन इस बीच बुरी खबर यह है कि प्रशासन ने नुकसान को देखते हुए किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं की है इस बार रबी से पहले प्रशासन की ओर से कोई माकूल व्यवस्था नहीं है और  ही किसी प्रकार का कोई स्प्रे किया जा रहा है

*गत साल टिड्डी नियंत्रण के प्रयास रहे थे नाकाफी*

गत वर्ष नियंत्रण के प्रयास इतने नाकाफी थे कि टिड्डी दलों ने यहां आकर प्रजनन भी किया और कई इलाकों में आकर भी नजर आए इतना ही नहीं पाते बड़ी टिडिया भी बन गई और फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया इस बार सरकारी प्रयास युद्ध स्तर पर अबकी बार भी शुरू नहीं हुई टिड्डी दलों पर नियंत्रण के प्रयास नाकाफी नजर आ रहे हैं

- शांति देवी , किसान ( फुलन )

*किसानों  की जुबानी*👇

*ताली थाली  हाहाकार टायर जलाना सहित टिडडी को भगाने का प्रयास कर रहे हैं ग्रामीण अन्य पर्याप्त संसाधन नहीं होने से टिड्डी जस की तस नहीं हो रही है

- खीम सिंह राजपुरोहित, बिजलीया 

टिड्डी हमले से प्रभावित किसानों को पिछला भी मुआवजा नहीं मिले

गत वर्ष सरकार ने टिड्डी दल पर नियंत्रण के प्रयास तो नाकाफी रहे लेकिन किसानों को आर्थिक रूप से किसी भी प्रकार की राहत नहीं देने से किसान मायूस एवं चिंतित है नुकसान का सर्वे भी नहीं किया गया यहां तक कि किसी भी प्रकार की टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी प्रकार का मुआवजा नहीं मिला

- तन सिंह , किसान देवंदी

टिडडी  बहूसंख्यक है अपने स्तर  पर प्रयास कर रहे है पर ज्यादा होने से नही जा रही है

-  खुशाल सिंह राजपुरोहित , किसान , अर्जीयाणा

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