*सत्तर साल बाद भी नहीं बनी सड़क, ग्रामीणों को पंचायत जाना हुआ मुश्किल*
बरसात में सड़क की स्थिति जर्जर, खरोकडा से पंचायत के लिए मुख्य मार्ग
एक आईना भारत / अशोक राजपुरोहित
पाली: खरोकडा के ग्रामीणों को नादाना भाटान जाने के लिए मुख्य मार्ग जो 70 साल से जर्जर स्थिति में है। ये पंचायत जाने के लिए मुख्य मार्ग हैं। ग्रामीणों को सिर्फ नेताओं द्वारा सिर्फ ओर सिर्फ आश्वासन मिलता रहा हैं पत्रकार अशोक राजपुरोहित पिछले दो साल से ग्रामीणों की इस समस्या को पत्रकारिता के माध्यम से सरकार तक पहुंचा रहे हैं पर सरकार कुंभकर्ण की नींद सोई हुई है इन हुक्मरानो को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है अशोक राजपुरोहित ने कहा कि 70 साल के बाद भी अगर लोगो पंचायत जाने के लिए जर्जर मार्ग से जाना पडे तो सोच सकते हैं कि नेताओं ने सिर्फ अपनी जेबे भरी है छ साल की विकास वाली ,जिसका मूलमंत्र सबका साथ, सबका विकास हो उसमें भी स्थिति वैसी ही है जैसी सत्तर साल से थी। इन नेताओं को सिर्फ वोटो से मतलब हैं ग्रामवासीयों का कहना है कि बारिश में पंचायत जाने के लिए 5 किलोमीटर की दूरी 20 किलोमीटर घूमकर जाना पडता हैं इस मंहगाई में ग्रामीणों पर ये सरकारे बोझ ही डाल सकती हैं इस मार्ग पर कई बार तो हादसे हो चुके हैं अशोक राजपुरोहित ने सरकार से सवाल किया है कि सत्तर साल बाद भी पंचायत जाने के लिए ग्रामीणों को जर्जर मार्ग से जाना पडे उस देश की सरकारो को बडे बडे दावे करना का कोई हक नहीं है नरेन्द्र मोदी से ग्रामीणों को काफी उम्मीदे थी पर छ साल बीत गये स्थिति जैसी की तैसी ही है अशोक राजपुरोहित ने केन्द्र और राज्य सरकार से निवेदन किया है कि ग्रामीणों की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए खरोकडा से नादाना जाने के लिए पक्की सड़क जल्दी से जल्दी बनाकर ग्रामीणों की इस समस्या से राहत प्रदान करे।
Tags
pali