पाचोटा तरवाडा कवराडा,सहित कई गावो में टिड्डियो का हमला
एक आईना भारत
उम्मेदपुर( विक्रमसिंह बालोत ) कस्बे के निकटवर्ती पाचोटा सहित आस पास के गांवों में टिड्डी दल के हमले का सिलसिला जारी है | टिड्डी दल की दस्तक से किसानो की चिंता बढ़ गई है | शनिवार को आहोर क्षेत्र के पाचोटा तरवाडा कवराडा गाँव के आसपास के क्षेत्र में टिड्डी दल देखा गया | क्षेत्र में टिड्डी दल के देखे जाने से किसानो में हडकंप सा मच गया है | किसानो को टिड्डी दल के हमले से अपनी फसल के नुकसान होने की चिंता सताने लगी है | टिड्डी दल के नियंत्रित न होने से किसानो में चिंता का माहोल बना हुआ है | किसानो ने बताया की ये टिड्डी दल कई दलों में छितराई हुई लगभग तीन -चार वर्ग किलोमीटर एरिया में पसरी हुई है |टिड्डी दल के आने से दिन में भी अँधेरा छा गया | शनिवार को पाचोटा गाँव के खेतो पर जबरदस्त टिड्डियो का हमला हुआ | टिड्डियो ने टिड्डी नियंत्रण विभाग व प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है | पाचोटा सहित क्षेत्र के शंखवाली , कवराडा में भी टिड्डी दल देखा गया | टिड्डी दल के देखे जाने से किसानो में हडकंप सा मच गया | किसानो ने अपनी फसलो को बचने के लिए जिसे थाली , पीपा , खाली बर्तन , तगारी बजाकर भगाया |
किसानो को सताने लगा फसल नष्ट होने का खतरा
कई किसान मानसून की सकारात्मक स्थति देख कर खुश थे | खुसी ख़ुशी खेतो में फसलो की बुवाई की , बुवाई के समय हुई बारिश ने सोने पर सुहागा का कार्य किया लेकिन टिड्डियो के आने से इस फसल के नष्ट होने की पूरी सम्भावना है | इस कारण किसानो में कोरोना के साथ ही टिड्डियो आने के कारण भय और चिंता का अधिक माहोल हो गया है |
बेटे के जन्म की ख़ुशी में बजाते है थालिया , अब टिड्डियो को भगाने के लिए बजा रहे है
राजस्थान में सदियों से एक परम्परा है | बेटे के जन्म की खुशखबरी देने के लिए परिवार के लोग थालिया बजाते है | अब गाँवो में टिड्डियो का दल आने पर उसे भागने के लिए थाली बजा रहे है | आलम यह है की जिस गाँव में टिड्डियो का पहुँच जाता है वह सुबह से लेकर शाम तक बच्चो से लेकर बुजर्ग तक उसे भगाने के लिए सारे जतन कर रहे है | कोई थाली बजा रहा है तो कोई ढोल | ऐसा इसलिए करते है की ढोल थाली के शोर से टिड्डिया उस क्षेत्र को छोड़ देते है | ग्राम पंचायत पाचोटा में अचानक टिड्डी दल ने धावा बोल दिया | इससे किसान परेशान है |
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