क्या एनकाउंटर से रूकेगा अपराध : अशोक राजपुरोहित

*क्या एनकाउंटर से रूकेगा अपराध : अशोक राजपुरोहित*

एक आईना भारत /पाली 

कुछ लोग ये कहते हैं, कि पुलिस ने विकास दुबे का  एनकाउंटर इसलिए कर दिया क्यो कि उसके पास नेताओं और अधिकारियों के राज थे. और यही राज दफन करने के लिए इस एनकाउंटर को अंजाम दिया गया है, अब  सवाल ये है, कि जिन अपराधियों का अब तक एनकाउंटर नहीं हुआ, उन्होंने ऐसे कौन से राज बता दिए हैं, ये अपराधी, विधायक और सांसद बन चुके हैं, इस पर कोई संदेह नही कि अगर विकास दुबे जिंदा रहता, तो वो भी भविष्य में एक बड़ा नेता बन सकता था उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी को सभी जानते है, मुख्तार अंसारी करीब 15 सालों से जेल में है, उसके खिलाफ हत्या, अपहरण और अवैध वसूली के 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं, लेकिन वो जेल मे रहने के बाद भी चुनाव जीतता रहा इस समय मुख्तार अंसारी मऊ विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी का विधायक है, प्रशासन को इस बात कि जानकारी होनी चाहिए कि किसी भी अपराधी का कौन से नेता और कौन से अधिकारियों से संबंध हैं. कुछ लोग इस एनकाउंटर की शिकायत लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी पहुंच गए. ऐसी ही सोच रखने वाले लोग आतंकवादियों के मानवाधिकारों की खुलकर बातें करते हैं और आतंकवादियों को फांसी से बचाने के लिए आधी रात को सुप्रीम कोर्ट भी खुलवाते  हैं. इस एनकाउंटर से उन आठ पुलिसकर्मियों के परिवारों को कितनी तसल्ली मिली होगी, जिन पुलिसकर्मियों की हत्या विकास दुबे और उसके गैंग ने की थी. विकास दुबे के मारे जाने से इन आठ पुलिसकर्मियों की शहादत का बदला लिया गया है।
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