दुदौड़ के गौरव CISF नेमाराम सोयल

एक आईना भारत
मारवाड़ जंक्शन (जयवर्धन सिंह)
 परिश्रम मेहनत लगन और धैर्य की भावना रखकर बडा़ से बडा़ लक्ष्य भी आसानी से प्राप्त किया जा सकता हैं।  नेमाराम सोयल का जन्म दुदौड़ गांव के एक साधारण किसान परिवार में ढ़गला राम सोयल के घर 10 जुलाई 1989 को हुआ। माता गंगा देवी के आंचल में पले बढे़ नेमाराम ने दसवीं की परीक्षा 2007 में जन्मभूमि दुदौड़ से 62% अंको से उत्तीर्ण करने के पश्चात 12वीं जीव विज्ञान की परीक्षा जाडन आश्रम से 2009 में 65% अंकों से उत्तीर्ण की। परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण होते हुए भी उनके माता-पिता व भाई हेमंत राम ने आगे पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित किया। सोयल ने 2012 में बीएससी की डिग्री महर्षि दयानंद सरस्वती विद्यालय से 61 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण करने के पश्चात प्रतियोगी परीक्षाओं की लगातार तैयारियां की और कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में अपना भाग्य आजमाया। मेहनत लगन आत्मविश्वास व लक्ष्य के प्रति समर्पित भावना के कारण बडा़ लक्ष्य को प्राप्त करना आसान है आखिर में मेहनत रंग लाई और सोयल का चयन 2016 में SSC(CPO) की परीक्षा में हुआ जिसमें उनकी पहली वरीयता दिल्ली पुलिस थी और दुसरी वरीयता CISF थी उनका चयन सब इंस्पेक्टर CISF के पद पर हुआ। उनके दो भाई बड़ा भाई हेमंत बेंगलुरु मैं छोटा भाई मिश्रीलाल कडी़ मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य पर पढ़ाई कर रहे हैं व दो बड़ी बहने हैं उनका लक्ष्य लोक सेवा संघ आयोग में राजस्थान प्रशासनिक सेवा है। सोयल ने सीरवी समाज दुदौड़ गांव का नाम रोशन किया। 
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