गो चिकित्सालय में धूमधाम से मनाई बच्छ बारस व अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि

गो चिकित्सालय में धूमधाम से मनाई बच्छ बारस व अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि
अपने बेटे की सलामती और परिवार की खुशहाली के लिए बच्छ बारस की पूजा करें-महामण्डलेश्वर
वाजपेयी उद्दारवादी सोच और लोकतांत्रिक आर्देशों को महत्व देने वाले व्यक्ति थे
पूर्ण श्रद्धा के साथ मुस्लिम महिला ने भी गो चिकित्सालय में मनाई बच्छ बारस

एक आइना भारत / प्रकाश इन्दलिया 

नागौर। भादवा के पावन माह में विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय में  महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी महाराज, प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता व संत गोविन्दराम महाराज के सानिध्य में महिलाओं ने बच्छ बारस का कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से हर्षोल्लास के साथ मनाया। इसके साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी  की पुण्यतिथि का कार्यक्रम भी सम्पन्न हुआ। 
 वाजपेयी के बारे में बताते हुए महामण्डलेश्वर ने कहा कि वह भारत देश के प्रति निस्वार्थ समर्पण भाव से पचास वर्षाे से अधिक तक देश और समाज की सेवा करने वाले भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्य विभूषण से सम्मानित हुए थे ऐसे महान समाजसेवी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके थे।               बच्छ बारस की पूजा के दौरान महिलाओं ने महामण्डलेश्वर के सानिध्य में नन्दा कामधेनु व बछड़े को तिलक लगाकर, पुष्पमाला पहनाकर आरती कर गौमाता का आशीर्वाद प्राप्त किया। 
 गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवणराम बिश्नोई ने बताया कि महामण्डलेश्वर ने बच्छ बारस की ''साहुकार ने पोते की बलि दी'' वह कथा सुनायी और बच्छ बारस के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि बच्छ बारस का यह त्यौहार जन्माष्टमी के चार दिन बाद भादवे की बारस के दिन मनाते है इस दिन गौमाता व बछड़े को नहला-धूला कर, तिलक कर, आरती कर पूजा की जाती है।  बच्छ बारस के दिन पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए विवाहित महिलाओं को गौमाता व बछड़े की पूजा कर व्रत करना चाहिए। 
 नागौर से शहनाज बानो ने भी बच्छ बारस व्रत की पूजा हेतु अपने घर से बाजरे का पिंडा, गुड़, चना के लड्डू इत्यादि प्रसाद बनाकर लाये व गौमाता व बछड़ें की पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त किया।  शहनाज बानो ने बताया मैनें अपने परिवार के लिए नन्दा कामधेनु से मन्नत मांगी और वह मनोकामना पूर्ण होने पर नन्दा कामधेनु को माला पहनाकर आशीर्वाद लिया। 
मान्यता है कि बच्छ बारस के दिन गौमाता का दूध या दूध से बने किसी भी प्रकार की वस्तुओं का सेवन नही करना चाहिए, केवल अंकुरित अनाज जैसे मोठ, चना, बाजरी इत्यादि का ही सेवन करना चाहिए। इस अवसर पर नन्दा भाटी, संजु जांगिड़, कंचन पंचारिया, दिपिका कपुर, अमिता जाट, सरोज भार्गव, शहनाज बानो सहित गो चिकित्सालय का स्टाफ उपस्थित था 

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