*पत्रकार के साथ बाली उपखण्ड अधिकारी श्रीनिधि बीटी ने फोन पर की अभद्रता*
एक आईना भारत /संवाददाता
बाली:एक ओर जहां राजस्थान की गहलोत सरकार अपनी छवि को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं वहीं कुछ अधिकारी सरकार के इरादों पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ मामला पाली जिले के क्षेत्र बाली उपखण्ड अधिकारी ने एक पत्रकार को फोन पर अभ्रदता की। एक आईना भारत के पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने जब बीजापुर में पक्षपात तरीके से अतिक्रमण हटाने मामले को लेकर जब पत्रकार ने उनसे अपने बयान देने के लिए फोन किया और ग्रामीणों द्वारा लगाये आरोप जिसमें पक्षपात और व्यक्ति विशेष का अतिक्रमण हटाने मामले को लेकर बाली उपखंड अधिकारी श्रीनिधि बीटी को फोन किया तो अधिकारी ने पत्रकार के साथ नालायक जैसे अभ्रद शब्दो का प्रयोग किया। जब पत्रकार ने उनसे पूछा कि सर ग्रामीणों आरोप लगा रहे हैं कि पक्षपात तरीके और राजनीतिक द्वेष के कारण एक ही व्यक्ति महेन्द्र सिंह की होटल तोडी गई जबकि ओर भी दंबगो का अतिक्रमण है उन्होने कहा कि महेन्द्र सिंह के पास पटा है क्या तब पत्रकार ने कहा कि 17 साल से वो गरीब व्यक्ति अपनी होटल चला रहा है फिर 17 से प्रशासन कहा था इतना कहते ही अधिकारी तिलमिला गये और कहा कि नालायक, नालायक, फिर फोन कट कर दिया फिर वापस फोन किया तो बार बार अधिकारी नालायक शब्दों का प्रयोग करते रहे और फोन कट कर दिया। पत्रकार ने कहा है कि ये सारी रिकाॅर्डिंग उनके पास मौजूद है जिसमें अधिकारी ने अभ्रदता की। पत्रकार ने कहा कि ग्रामीणों का आरोप ये था कि पक्षपात अतिक्रमण हटाने को लेकर और पुरी सच्चाई ,मामले की वास्तविकता जानने के लिए अधिकारी को फोन किया था, उन्होने कहा कि पत्रकार होने के नाते ग्रामीणों द्वारा आरोप पर उनके बयान लेने के लिए और मामले की सच्चाई और वास्तविकता जानने के लिए फोन किया था।पत्रकार ने कहा हमें निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए अधिकारियों और नेताओं को फोन करना पडता हैं पर उन्हें पता नहीं था कि राजस्थान में ऐसे उच्च अधिकारी भी है जो ऐसी अभ्रदता करते हैं मुख्यमंत्री के बार बार निर्देशो के बावजूद भी अधिकारी आम जनता के साथ ऐसे ही अभ्रदता पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं पत्रकार ने कहा है कि वो पद का सम्मान करते हुए सर का उद्बोधन किया पर अधिकारी की अभ्रदता और अशोभनीय शब्दों से वो काफी आहत है उन्होने कहा उनके पास सारी रिकाॅर्डिंग जिसमें अधिकारी ने अभ्रदता की। उन्होने कहा कि अगर अधिकारी अपने शब्दो को वापस लेकर खेद प्रकट नहीं करेंगे तो वो रिकाॅर्डिंग जिला कलेक्टर को भेजेंगे। उन्होने कहा कि कैबिनेट मंत्री सहित मुख्यमंत्री तक पहुंचायेगे क्योंकि ये आम नागरिक का अपमान हैं और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का भी अपमान है अधिकारी कि इस अभ्रदता से पुरा पत्रकार समाज आहत है और कहा कि अगर अधिकारी इस पर खेद प्रकट नहीं करते हैं तो वो आंदोलन करेंगे।
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