एक आईना भारत
जयपुर कार्यालय
नवजात चिंकारे को एक महीने लालन-पालन कर अमृता देवी उद्यान भेजा।
बायतु 5 मार्च। जिले में विलुप्त हो रहे राज्य पशु चिंकारा प्रजाति को बचाने में अब ग्रामीण इलाकों में वन्य जीव प्रेमी आगे आ रहे हैं।एक समय जिले में चिंकारा प्रजाति झुंडो में विचरण करते नज़र आते थे। लेकिन ग्रामीणों इलाकों में आवारा श्वानो का आतंक व संरक्षण के अभाव में धीरे धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं। बायतु तहसील में करीब एक महीने पहले रामाराम मेगवाल परिवार आवारा श्वानो के चंगुल से मुक्त करवा नवजात चिंकारे की जान बचाई ओर चिंकारे को नजदीक अपने घर ले गये। महिने भर बकरी का दूध पिलाकर बड़ा किया आखिर नवजात चिंकारा परिवार में घुल मिल गया। लेकिन बड़ा होने पर आसपास श्वानो के आतंक का भय होने के कारण मेगवाल परिवार ने अमृता देवी उद्यान कातरला में सम्पर्क किया।ट्री हैंगर विकास संस्थान राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी भंवरलाल भादू ने बताया कि शुक्रवार को पर्यावरण प्रेमी प्रवीण पीटीआई, रमेश तेतरवाल, दिनेश, श्रीराम,रामधन खिचड़ निजी वाहन लेकर भूरटिया गांव पहुंचे। वन्य जीव प्रेमी रामाराम मेगवाल,रवीना मेगवाल, सोनाराम पोटलिया ने चिंकारे को कातरला रेस्क्यू सेंटर के लिए विदा किया।विदाई के समय परिवार की आंखें छलक आई। चिंकारे की जान बचाकर पालन पोषण करने पर मेगवाल परिवार को संस्था टीम की और से धन्यवाद दिया।
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