अखिल भारतीय राजपुरोहित महासभा ने मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

*मनोहर अपहरण मामला* 

अखिल भारतीय राजपुरोहित महासभा ने मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन 

एक आईना भारत  

खरोकडा / मनोहर अपहरण प्रकरण मामले में आज अखिल भारतीय राजपुरोहित समाज महासभा के प्रतिनिधि मंडल अखिल भारतीय प्रवासी महासंघ  व 36 कौम एकता परिषद के राष्टीय अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री राज के पुरोहित के नेतृत्व में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होने बताया कि पाली जिले के नेतरा गांव का मनोहर राजपुरोहित जिसका साढे चार साल पहले फालना से अपहरण हो गया था। साढे चार साल होने के बावजूद भी आज तक मनोहर का पुलिस पता तक नहीं लगा पाई है मनोहर के माता पिता, बहने का रो रो के बुरा हाल है मनोहर माता पिता का इकलौता बेटा था ।राजस्थान सरकार व पुलिस इस मामले में पुरी तरह से असफल रही है जिसको लेकर राजपुरोहित समाज में रोष है 


पूर्व कैबिनेट मंत्री ने क्या कहा 


इस मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री ने राजस्थान सरकार को एक महिने का अल्टीमेटम दिया है उन्होने कहा कि एक महिने में मनोहर को पुलिस ढुंढ कर लाये और पीडित परिवार को न्याय देवे, अन्यथा इस केस को सीबीआई को सौंपा जाये। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो 4 अप्रैल को सर्वसमाज मिलकर मुंबई के आजाद मैदान में दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक 25 हजार लोगो का विशाल धरना व जन आंदोलन करेंगे । 


14 फरवरी को मुंबई हुई थी महासभा 


महाराष्ट्र के मुंबई में समस्त राजपुरोहित समाज के प्रवासी बंधुओ ने अखिल भारतीय राजपुरोहित समाज के माध्यम से 14 फरवरी को विशाल महासभा का आयोजन किया था जिसमे पूर्व कैबिनेट मंत्री राज के पुरोहित ने हुंकार भरते हुए राजस्थान सरकार को एक महिने का अल्टीमेटम दिया था। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने राजस्थान को चेताया था कि अगर एक महिने में मनोहर को ढुंढ कर नहीं लाये या सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं की तो विशाल जन आंदोलन करने को कहा था उन्होने एक ऐतिहासिक ऐलान खेतेश्वर आश्रम से किया था जब तक मनोहर को को न्याय नहीं मिलेगा तब तक गेहूँ से बनी कोई भी चीज नहीं खायेंगे। राज के पुरोहित मनोहर के गांव नेतरा जाकर परिवार जनो से भी मिलकर आये है ।


क्या है मनोहर अपहरण मामला 

पाली जिले के नेतरा गांव का रहना वाला मनोहर अपहरण 23 नवंबर 2016 को हुआ था। मनोहर सुबह 6 बजे फालना कोचिंग क्लासेस में पढने गया था। स्कूल से पढाई करके 11.30 बजे वापस निकला था कि उसका बीच रास्ते में ही अपहरण हो जाता है उसके बाद नजदीक के सुमेरपुर थाने में एफ आई आर 152 दर्ज करवाई जाती हैं इस मामले को सर्वप्रथम उप अधीक्षक सुमेरपुर के नेतृत्व में जांच शुरु करते हैं अपहरणकर्ता ने 25 लाख की फिरौती की मांग भी करते हैं फिरौती को लेकर मौके पर पहुंचा भी जाता था। उसके बाद भी अपहरणकर्ता पुलिस और परिवार वालो को घूमराह करता रहता था आखिर में राजपुरोहित समाज व जनप्रतिनिधियों के दबाब के कारण जांच सीआईडी को सौंपी जाती है आज भी पुलिस  के हाथ खाली है


ये भी रहे मौजूद

नगरसेवक आकाश राजपुरोहित, सोहनसिंह गुडा जेतसिंह, प्रताप पुरोहित, हुकमसिंह राजपुरोहित, प्रमोद राजपुरोहित, सरदारमनपुरोहित, नटवर पुरोहित, महेन्द्र जोशी, किरणसिंह।
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