कामधेनु सेना ने दी नक्सली हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि

कामधेनु सेना ने दी नक्सली हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि

देश की रक्षा करने वालों के परिवारों की रक्षा करना भी हमारी जिम्मेदारी - कामधेनु सेना

नक्सली हमले में शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए - राष्ट्रीय महासचिव

एक आईना भारत / 

नागौर !  कामधेनु सेना के राष्ट्रीय कार्यालय में आज 4 अप्रैल को नक्सली हमले में शहीद हुए केन्द्रीय रिवर्ज पुलिस बल के 22 सैनिकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि उनके चित्रपट्ट पर पुष्प माला पहनाकर तथा उनके श्रीचरणों में पुष्प अर्पित कर दी गई। कामधेनु सेना के राष्ट्रीय महासचिव दिपेन्द्रसिंह राठौड़ ने बताया कि रविवार को नक्सलियों व सीआरपीएफ जवानों के बीच हुई मुठफेड़ में सीआरपीएफ के 22 जवान शहीद हो गए थे, जिन्हें हम किसी भी परिस्थिति में भूल नहीं पाएंगे। 
राष्ट्रीय महासचिव ने बताया कि नक्सली हमले में जान गंवाने वाले सैनिक साधारण नहीं थे जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, ऐसे शहीदों के परिवारों की रक्षा करना भी हम सभी देशवासियों का परम कर्तव्य व दायित्व बनता है, क्योंकि इन सैनिकों के कारण ही हम लोग अपने घरों में चैन की नींद सोते हैं, इसलिए मातृभुमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद भारतीय संस्कृति का गौरव व आन-बान-शान है। 
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय महासचिव राठौड़ ने भारत के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से अपील करते हुए कहा कि नक्सली हमले  में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों का बलिदान किसी भी परिस्थिति में व्यर्थ नहीं जाना चाहिए, राष्ट्रीय महासचिव ने कहा नक्सलियों के खिलाफ सरकार को ठोस कदम उठाकर उन्हें वापस मुंहतोड़ जवाब देकर ही शहीद हुए जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए, अन्यथा इस प्रकार के नक्सली हमलों का सरकार वापस जवाब नहीं देगी तो देश के लिए बहुत बड़ा कुठाराघात होगा।
इस मौके पर कामधेनु सेना के नरपत बेनिवाल, सीताराम पारीक, पवन सोलंकी, संजीव पटवा, भैराराम बाना, सरोज भार्गव, उमा कंवर राठौड़, कृष्णा शर्मा, महेन्द्रसिंह सिसोदिया, भंवर मेघवाल, महेन्द्र जाट इत्यादि कामधेनु सैनिक उपस्थित थे।
और नया पुराने

Column Right

Facebook