सांसद देवजी पटेल से बहुत उम्मीद रखते हैं रायथल के ग्रामीण ग्रामीणों का कहना पटेल उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे

सांसद देवजी पटेल  से  बहुत उम्मीद रखते हैं रायथल के ग्रामीण


ग्रामीणों का कहना पटेल उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे

एक आईना भारत 


 अगवरी  / रायथल लोकतंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को जनप्रतिनिधियों ने अलग-थलग कर दिया है। जनप्रतिनिधि दावा तो इनका सबसे बड़ा हितैषी होने का करते हैं, लेकिन दावे और वादे पूरी तरह से खोखले साबित हो रहे है। सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, चिकित्सा व अन्य सुविधाएं आज भी  ग्रामीणो को नहीं मिल पा रही हैं। गांवों की समस्याओं के समाधान के लिए किसी भी जनप्रतिनिधि ने प्रयास नहीं किए। वहीं चुनाव के समय जनप्रतिनिधि घर-घर जाकर पैर छूने, आशीर्वाद लेने और तमाम समस्याओं को सिर से खत्म करने के वादे जरूर करते हैं। 

 जालोर संसदीय क्षेत्र के    देवजी पटेल जालौर सिरोही से तीसरी बार सांसद है ग्राम पंचायत रायथल में आज भी चिकित्सा की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। रायथल गांव से जिला मुख्यालय की और जानेवाली सड़क, व रोडवेज बस  व अन्य सुविधाओं के लिए आज भी ग्रामीण तरस रहे हैं। बावजूद  समाधान के लिए प्रयास नहीं कर रहा है। बिल्ली कू भाग से छींका टूटने की  तरह है


किसी समस्या के लिए नहीं उठाई आवाज सांसद देवजी पटेल ने
 
ग्रामीण प्रेमसिंह राजपुरोहित का कहना है कि सांसद देवजी पटेल वोट मांगने के लिए आते हैं। तो तमाम समस्याओं के समाधान का दावा करते हैं। लेकिन हकीकत सभी के सामने है। आज तक किसी भी समस्याओं के लिए आवाज नहीं उठाई है

 जनप्रतिनिधि हर बार वादे करते हैं। यही कारण है कि आज भी गांव की स्थिति खराब हैं। नेता अगर  वादे करने की बजाय अपनी वादे को पूरा करें तो गांवों की स्थिति सुधर सकती हैं। सांसद देवजी भाई पटेल केवल पैर छूने और आशीर्वाद लेने गांव मे आते हैं, इसके बाद मुड़कर नहीं देखते। सांसद देवजी भाई पटेल की फितरत में शायद यह बात पूरी तरह शामिल हो गई है कि उन्हें सिर्फ वादे करने हैं। उन्हें पूरा करनें के लिए वे किसी स्तर से कोई प्रयास नहीं करते हैं। गांव की मूलभूत समस्याओं को खत्म करने आज तक नहीं आये सांसद  गांव में

जिला मुख्यालय जानेवाली वाली सड़क सिर्फ 8 से 10 किलोमीटर  आजसे लगभग 20 से 24 साल पहले बनी थी आज पूरी तरह जर्जर स्थिति में है, आलम यह है कि यहां वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल है, उन्होंने बताया कि गांव कि दस हजार की आबादी वाले इस गांव की सड़क के लिए कई बार यहां सांसद देवजी पटेल तक गुहार लगाई गई, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया,



ग्राम पंचायत रायथल से जिला मुख्यालय तक जाने के लिए आजादी के बाद भी कोई रोडवेज बस सुविधा उपलब्ध नहीं है ग्राम पंचायत रायथल की 10000 हजार की आबादी होने के बाद भी रोडवेज बस सुविधा के लिए तरस रहे हैं।
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