पलासिया खुर्द की शिक्षिका विजयलक्ष्मी राजपुरोहित ने नहीं खोया हौसला
कोरोना पत्नी और बहू के रूप में दोहरी निभाई जिम्मेदारी पति और सास को दिया नया जीवन
कोरोना वॉरियर्स जज्बे को सलाम
एक आईना भारत/
अगवरी / पत्नी का प्यार हमेशा हर किसी को अच्छा लगता है जन्म जन्मांतर का रिश्ता होता हैऔर सास बहू के झगड़े भी हम बहुत सुनते हैं लेकिन आज जिसकी बात करने जा रहे हैं उस शिक्षिका विजयलक्ष्मी ने दोहरी जिम्मेदारी निभाते हुए कॉन्स्टेबल अपने पति महेश राजपुरोहित और अपनी सास स्नेह लता को मौत के मुंह से जिंदा वापस निकाला और इन दोनों को बचाने के लिए अकेले ही लड़ पड़ी कोरोना से हम बात कर रहे हैं राजकीय उच्च प्राथमिक पलासिया खुर्द की शिक्षिका विजयलक्ष्मी राजपुरोहित की जिनके पति महेश राजपुरोहित जो राजस्थान पुलिस के रूप में जोधपुर में सेवाएं दे रहे हैं और उनकी सास स्नेह लता दोनों 20 अप्रैल को कोरोना से संक्रमित हो गए थे शिक्षिका स्वयं भी कोरोना वॉरियर्स के रूप में गांव में तैनात थी लेकिन अपनी सास और पति को भी बचाना जरूरी था ऐसे में विजयलक्ष्मी राजपुरोहित ने हिम्मत रखते हुए अपने विद्यालय से अपने पति सास को बचाने के लिए अकेले ही जोधपुर निकल पड़ी वहां जाकर देखा तो अपने पति और सास दोनों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी तब शिक्षिका ने बड़े धैर्य से काम लिया और चिकित्सा विभाग की दवाई के साथ आयुर्वेदिक दवाई पर भी ध्यान दिया और दोनों की सेवा करती गई
तीन टाइम खाना और दो टाइम काढा और नाश्ता देना 1 महीने तक जारी रखा
एक ही परिवार में दो लोग कोरोना पॉजिटिव हो जाते हैं और ऐसे में उन लोगों के साथ ही क्वार्टर में रहकर उनकी सेवा करना खतरे से खाली भी नहीं होता फिर भी शिक्षिका ने अपनी जान की परवाह किए बिना सुबह नियमित टाइम पर हल्का फुल्का नाश्ता फिर वापस 10:00 बजे खाना दोपहर को खाना शाम को खाना काढा देने का काम नियमित जारी रखा
पूरे दिन घर में मास्क पहन कर कार्य किया
बहुत सारे लोग मास्क नही पहनने के लिए लेकर कई प्रकार के बहाने बनाते हैं लेकिन राजपुरोहित ने बड़ी हिम्मत के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अपनी सास और पति के कोरोना को 20 दिनों के अंदर हरा दिया
सासु मां की कोरोना रिपोर्ट दूसरी बार नेगेटिव आई लेकिन पति महेश राजपुरोहित की रिपोर्ट पॉजिटिव आई
बड़ी सफलता के साथ पालन करने के बावजूद भी सासू तो कोरोना से जंग जीत गई थी लेकिन पति अभी भी लड़ रहे थे उनके पति की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद शिक्षिका ने राहत की सांस ली अब पति और सास दोनों सुरक्षित है और शिक्षिका वापस अपने कार्यस्थल पर लौटने के लिए निकल चुकी है व्यक्ति के अंदर धैर्य और दृढ़ विश्वास हो तो बड़ी से बड़ी मुसीबतों का भी सामना डटकर किया जा सकता है
Tags
sumerpur