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बाजौर पर हुए हमले को लेकर महाराजा गजसिंह शिक्षण संस्थान की आभासी बैठक का आयोजन
जोधपुर ग्रामीण बाजौर पर हुए हमले को लेकर महाराजा गजसिंह शिक्षण संस्थान की आभासी बैठक का आयोजन किसानो की आड़ में नही सहेगे अपमान आज से पूर्व सैनिक व सामाजिक कार्यकर्ता तहसील स्तर पर देंगे ज्ञापन शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों के धरने में शामिल बदमाशों ने रविवार शाम सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन व पूर्व विधायक प्रेमसिह बाजोर पर हमला कर दिया। करनोत हितकारिणी जिला अध्यक्ष जुगतसिह करनोत ने बताया कि सैनिक कल्याण बौर्ड पूर्व चेयरमैन प्रेमसिंह बाजौर वे निजी काम से दिल्ली जा रहे थे। हमलावरों ने बाजोर की सफारी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। वारदात में प्रेमसिंह बाजौर, पीए छोटुराम व अन्य भी चोटिल हुए जिसको लेकर पूरे प्रदेश में रोष व्यापत है तथा सोमवार को महाराजा गजसिंह शिक्षण संस्थान के तत्वावधान मेंं एक वच्र्युअल(आभासी) बैठक का आयोजन किया गया जिसमें महाराजा गजसिंह शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष गोपालसिंह भलासरिया, ओसिया राजपूत सभा के अध्यक्ष योगेन्द्रसिंह तंवर ने कहा कि सभी तहसील मुख्यालयों पर मंगलवार से पूर्व सैनिकों के साथ व छतीस कौम को साथ लेकर देश के शहीदों के सम्मान को समर्पित शख्शियत प्रेेमसिंह बाजोर पर रविवार को किसानों की आड़ में हुए हमले की घोर निन्दा करते है तथा राज्य सरकार से मांग करते है कि एेसे किसानों के नाम पर अराजकता फैलाने वाले असामाजिक तत्वों को जल्द गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करें जिससे भविष्य में किसी भी प्रतिष्ठित व्यक्ति पर इस तरह का दुव्र्यहार करने की हिम्मत न करे इसको लेकर आज से तहसील मुख्यालयों पर मुख्यमंच्ी व राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिये जाएंगे। व शहीद परिवारों के सम्मान से जुड़ी शख्शियतहै पूर्व विधायक प्रेमसिंह बाजौर जिन्होने देश आजाद होने से आज तक के मातृभूमि की रक्षार्थ शहीद होने वाले सभी शहीदों सम्प्रदाय, जाति, क्षेऋ के भेदभाव छोड़कर शहीदों के घर तक जाकर उनके जन्म स्थान की रज माथे पर लगाकर शहीद परिवारों का सम्मान करते हुए शहीदों की मुर्तिया जिसमें लगभग २८ करोड़ रूपये खर्च किये तथा शहीद परिवार सम्मान याऋा एक लाख किलोमीटर से ज्यादा याऋा जो गिनीज बुक रिकॉर्ड हैै। क्षेऋ के पीलवा, राजाला, सदरी, भाखरी, नाथड़ाऊ , शेरगढ के सौ से अधिक शहीद परिवारों घर तक जाकर उनकी वीरांगनों व परिजनों के हाथों से मूर्तिया स्थापित कर जो शहीद परिवार का सम्मान दिया है वो अद्धभुत व अविस्मणीय है भामाशाह के रूप में है विशेष पहचान सरल व्यक्तित्व के धनी एक साधारण किसान परिवार से उठकर एक सफल व्यवसायी के रूप में पहचान बनाने वालें प्रेमसिंह बाजौर ने कोरोना काल में प्रधानमंऋी आपदा कोष में दस करोड़ रूपए देकर भामाशाह के रूप में पहचान बनवाई तथा राजस्थान के सभी समाजों में से बाजौर भामाशाह के रूप में नाम जाना जाता है। बैठक में लिया भाग ओसिया माहाराजा गजसिंह शिक्षण के संस्थान अध्यक्ष गोपालसिंह भलासरिया, सचिव पदमसिंह ओसिया, कोषाध्यक्ष हुकमसिंह भाटी,यागेन्द्रसिंह तंवर, उपाध्यक्ष महेन्द्रसिंह अणवाणा, मोहनसिंह भाखरी, बाबुसिंह बापिणी, मेघसिह बैठवासिया, नरपतसिंह रिनिया, ईश्वरसिंह, किसान नेता प्रतापसिंह भेड़, प्रेमसिंह भाटी तिवरी, हरिनारायणसिंह, मेघ सिह ओसिया सहित जने उपस्थित रहे।
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