आहोर में लक्ष्मण मीणा हत्याकांड और ऑटी देवी हत्याकांड के खुलासे को लेकर अनिश्चितकालीन धरना

आहोर में लक्ष्मण मीणा हत्याकांड और ऑटी  देवी हत्याकांड के खुलासे को लेकर अनिश्चितकालीन धरना
 
 भाद्राजून थाने का तीसरा मामला जिसका अभी तक नहीं हुआ खुलासा

 प्रवासी संदेश / 


   आहोर उपखण्ड मुख्यालय पर   गुरुवार को शंखवाली गाँव में 11 वर्षिय छात्र लक्ष्मण मीणा छोटी देवी हत्याकांड के खुलासे को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है जो मामला इस प्रकार है  छात्र 11 फरवरी को घर से स्कूल के लिए निकला था, लेकिन देर रात घर नहीं पहुंचता सुबह स्कूल के पास खेत में 12 फरवरी 2021 को लक्ष्मण मीणा शव मिलता है। परिवार व मीणा समाज ने शव लेने से इनकार किया था, पुलिस प्रशासन ने मामले में 7 दिन में खुलासे व आर्थिक मुहा
वजा देने के आवशासन दिया था, तब मीणा समाज के लोगों ने 12 फरवरी को शव को उठाया था और अंतिम संस्कार किया गया था । उक्त प्रकरण पुलिस थाना भाद्राजून (आहोर) में धारा 302 में दर्ज हैं। 1 महिना हो जाने के बाद भी फिर मामले में खुलासे नहीं होने पर दिनांक 04 मार्च 2021 को आहोर उपखण्ड मुख्यालय के सामने धरना दिया था फिर पुलिस प्रशासन ने फिर 7 दिन में खुलासा करने का फिर आवशासन दिया था। 1 महिना होने के बाद कहीं बार मीणा समाज के प्रतिनिधियों ने भाद्राजून थाना में जाकर लक्ष्मण हत्याकांड के मामले में जानकारी लेनी चाहि लेकिन पुलिस कि और से आश्वस्त नहीं किया । जालोर सहित राजस्थान के आदिवासी समुदाय इस हत्याकांड के खुलासे कि मांग कर रहा है। जालोर पुलिस का हत्याकांड जैसे मामले में लापरवाह रवैया से मजबूर होकर न्याय के लिए आज 36 कौम आहोर उपखण्ड मुख्यालय के सामने धरने पर बैठे है।  जालोर में जनजाति लोगों की जिन्दगी के मामले में पुलिस व प्रशासन का लापरवाह रवैया अपना रहा है। ऐसे संगीन मामलों में पुलिस द्वारा आरोपियों तक नहीं पहुंच पाने से पीडितों का मनोबल टूट रहा है, एवं आरोपियों के हौंसले बुलंद है क्योंकि वे अपराध करके भी सुरक्षित है, पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाती है।  जिसको लेकर मीणा समाज की तरफ से उपखंड मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है
 लक्ष्मण हत्याकांड की सीबीआई जांच करवाने 

2.   दिनांक 04 /07 2021 ग्राम-वलदरा, तहसील-आहोर, जिला-जालौर में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला श्रीमती ओटी देवी की नृशंस हत्या कर दी गई है। खबरों के अनुसार लोहे के सरिये से वार कर हत्या को अजाम दिया गया है। उक्त प्रकरण पुलिस थाना, भाद्राजून (आहोर) में दर्ज हैं। ओटीदेवी गरीबी रेखा से नीचे के स्तर पर अपना जीवनयापन कर रही थी, इस महिला के कोई संतान नहीं है। पृथमदृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि ये इरादतन हत्या है।
इस हत्याकांड में हत्या के आरोपीयों को गिरफ्तार कर मामले में खुलासा कर हत्यारों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।



जोधपुर संभाग में जनजाति के लोगों की जिन्दगी के मामले में प्रशासन लापरवाह रवैया अपना रहा है। ऐसे संगीन मामलों में पुलिस द्वारा आरोपियों तक नहीं पहुंच पाने से पीडितों का मनोबल टूट रहा है, एवं आरोपियों के हौंसले बुलंद है क्योंकि वे अपराध करके भी सुरक्षित है,

 इनका कहना

 दोनों मामलों में उचित कार्रवाई करवाई जाएगी
     
 नर्मता वृष्णि 
  जिला कलेक्टर जालौर
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