●कोरोना जागरूकता के लिए शिक्षक का नवाचार ● सांप सीढ़ी के खेल से बच्चो में कोरोना जागरूकता का प्रयास




●कोरोना जागरूकता के लिए शिक्षक का नवाचार

● सांप सीढ़ी के खेल से बच्चो में कोरोना जागरूकता का प्रयास

 एक आईना भारत  / 

 जालौर   कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर के संबंध में लगातार समाचार माध्यमों पर अंदेशा जताया जा रहा है। एक आशंका यह भी हैं कि  वह संभावित लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी।

ऐसे में  बच्चों में कोरोना के संबंध में जागरूकता बढ़े, उन्हें क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए, क्या-क्या काम नहीं करने, इनको जोड़ कर  जालोर के शिक्षक संदीप जोशी ने एक खेल का निर्माण किया है।

सांप सीढ़ी का खेल सबका सुपरिचित और लोकप्रिय खेल है। शिक्षक जोशी ने इस खेल को कोरोना जागरूकता के साथ जोड़ दिया है और छपवा कर शिक्षक मित्रो के माध्यम से अपने स्कूल सहित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों वितरित करवा रहे है। इसमे सीढ़ी और सांप का प्रभाव कोरोना प्रोटोकॉल का पालन से जुड़ा हुआ है। कोरोना से बचाव का उपाय अपनाने पर ही सीढ़ी का उपयोग किया जा सकता है जैसे मास्क लगाने पर सीढ़ी, बार बार हाथ धोने पर सीढ़ी, दो गज की दूरी का पालन करने पर सीढ़ी इत्यादि। कोरोना के नियमो का पालन नहीं करने पर ही खेल में सांप काटेगा  जैसे मास्क नही लगाया तो सांप, हाथ मिलाकर अभिवादन करने पर सांप, दो गज दूरी नही रखने पर सांप,बार बार हाथ नही धोने पर आदि।

● योग प्राणायाम को सर्वाधिक महत्व- बच्चों के लिए बनाए गए इस विशेष सांप सीढ़ी के खेल में शिक्षक ने बच्चों को नियमित योग, प्राणायाम और खेल के लिए प्रेरित करने के लिए सबसे बड़ी सीढ़ी नित्य योग प्राणायाम की बनाई गई हैं।  वही सबसे बड़ा खतरा अर्थात सबसे बड़ा सांप परिवार में बड़े लोगों का टीकाकरण नहीं होना बताया गया है।
इस प्रकार खेल-खेल में नियमित योग प्राणायाम और परिवार के  टीकाकरण के लिए प्रेरणा दी जा रही है।

● साथ मे गुरुजी का पत्र भी - शिक्षक जोशी ने इस सांप सीढ़ी के पीछे की तरफ एक पत्र के रूप में विद्यार्थियों द्वारा घर पर रहकर करने योग्य विभिन्न क्रियाकलाप सुझाए हैं। इन के माध्यम से बच्चें  इस खाली समय का बेहतरीन उपयोग कर सकते हैं।इसमे दिए गए क्रियाकलाप अध्ययन के साथ साथ बालको के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास से सम्बंधित है। 

◆ खेल पाकर बच्चे हुए आनंदित
इस कोरोना जागरूकता सांप सीढ़ी को एक फीट × डेड फीट के पर्याप्त बड़े आकार पर सुंदर बहुरंगी आर्ट पेपर पर छपवाया है। शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को घर पर ही वितरित किया जा रहा है। इन दिनों राज्य सरकार के निर्देशानुसार शिक्षकों को बच्चों से घर-घर जाकर संपर्क करना होता है, उनकी पढ़ाई के संबंध में पूछताछ  एवं मार्गदर्शन देना होता है ऐसे में विद्यालय के शिक्षक अपने साथ यह कोरोना जागरूकता सांप सीढ़ी भी साथ ले जाकर बच्चों को दे रहे हैं और बच्चे भी इस मजेदार खेल का बहुत आनंद ले रहे है। इस पहल को बच्चों के साथ अभिभावकों और शिक्षकों ने भी बहुत सराहा है।

● मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने किया विमोचन-
कोरोना जन जागरूकता अभियान से जुड़े इस नवाचार का विमोचन जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय वासु, नवाचार करने वाले  व्याख्याता संदीप जोशी , रक्त कोष फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामगोपाल विश्नोई, उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल शांतिलाल दवे,  महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय के प्रिंसिपल मनीष ठाकुर द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय वासु ने इसे अत्यंत रोचक एवं ज्ञानवर्धक नवाचार बताया। उन्होंने कहा बच्चे इस नवाचार से लाभान्वित होंगे।
● पहले भी किये अनेक नवाचार- 
जालौर जिले के रेवत स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक संदीप जोशी पिछले 16 वर्षों में विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में 25 से अधिक नवाचार कर चुके हैं। उनके विभिन्न नवाचार राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हुए है। शासकीय विद्यालयों में नवाचारों के सफल सृजन एवं क्रियान्वयन के लिए भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा भी सम्मानित किए गए है। उनके अनेक नवाचारों को केंद्र सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों ने अपने प्रदेशों में लागू किया है। वर्तमान में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एनसीटीई के सदस्य हैं।
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