मरूधर आईना
*शहीद शीशराम को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ा जनसैलाब*
*सीआरपीएफ के अधिकारी जवानों के साथ जनप्रतिनिधियों व गणमान्य नागरिकों ने किए शहीद शीशराम के आखिरी दर्शन*
*मां भारती के वीर सपूत की अंतिम यात्रा में हर एक की आंखें नम*
कुचामन सिटी :- उप तहसील चितावा का लाल कुच-बिहार गोपालपुरा बांग्लादेश सरहद पर शहीद हुए जवान शीशराम उर्फ (नरेंद्रसिंह राजावत ) का पार्थिक शरीर कुचामन शहर के समीप स्थित चितावा गांव पहुंचा जहां उनका अंतिम संस्कार हुआ। शहीद की झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा आंखों में आंसू छलक पड़े आखिरी विदाई देने पहुंचे सीआरपीएफ के अधिकारी और जवानों ने शहीद को सलामी दी शहीद शीशराम की अंतिम यात्रा में आसपास के कई गांवों के हजारों की तादाद में लोग तथा सैनिक और अधिकारी शामिल हुए । अंतिम विदाई में लोग जब तक चांद सूरज रहेगा शीशराम तेरा नाम रहेगा जयकारे लगाते हुए चल रहे थे । शहीद शीशराम का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। शहीद बेटे का शव देखकर मां , बाप , भाई , का दिल रो पड़ा परिजनों के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे थे। इस मौके पर सेना व पुलिस के जवानों ने मातमी धुन बजा कर सलामी दी । जानकारी के लिए समाजसेवी परसाराम बुगालिया ने बताया कि शहीद शीशराम उर्फ ( नरेंद्रसिंह राजावत ) की पार्थिव देह कुच बिहार से पैतृक गांव चितावा पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया शहीदी की वीरांगना निशा कवंर तथा माता-पिता व भाई और परिजन बिलख पड़े और शहीद की देह से लिपट गए यह दृश्य देख लोगों की आंखें नम हो गई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया , नावां पूर्व विधायक विजय सिंह चौधरी , परबतसर पूर्व विधायक मानसिंह किनसरिया , नागौर जिला प्रमुख भागीरथराम चौधरी , पूर्व विधायक हरीशचंद्र कुमावत , कुचामन पुलिस अधीक्षक मोटाराम बेनीवाल , चितावा थाना प्रभारी प्रकाश मीणा , जिला सैनिक बोर्ड के अधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारियों व समाजसेवियों ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी वहीं सेना और पुलिस के सिपाहियों ने सलामी दी। छोटे भाई मुकेश सिंह ने शहीद बड़े भाई शीशराम को मुखाग्नि दी।
परसाराम बुगालिया ने जानकारी के लिए बताया की शीशराम उर्फ (नरेंद्रसिंह राजावत ) की मार्च 2018 को डीडवाना के गांव डसाना की निशा कंवर के साथ शादी हुई थी। जो शहीद की पत्नी अभी 8 महीने की गर्भवती है पिता प्रहलाद सिंह किसान है और माता ग्रहणी है छोटा भाई मुकेश जो कि गांव में ही रहता है।
जानकारी के लिए बता दें । वर्ष 2014 में शीशराम की बीएसएफ में जॉइनिंग हुई थी जो फिलहाल अपनी पोस्टिंग 75 बीएसएफ बटालियन कूचबिहार गोपालपुरा बांग्लादेश बॉर्डर पर 29 अगस्त को ड्यूटी पर रहा था उसी दौरान अचानक बॉर्डर पर अवांछनीय हरकत हुई शीशराम अपनी टीम के साथ क्षेत्र में गए इसी दौरान गहरे पानी में उतरने के कारण जान चली गई।
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