विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान माला में हुआ शिक्षकों का सम्मान


विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यान माला में हुआ शिक्षकों का सम्मान 
पाली।

अखिल भारतीय साहित्य परिषद पाली विभााग द्वारा शिक्षाविद्  विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी स्मृति व्याख्यानमाला, शिक्षक व साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर में हुआ। व्याख्यान माला अध्यक्ष  एडवोकेट  अशोक अरोड़ा ने बताया कि क्षेत्रीय अध्यक्ष राजस्थान डॉ अन्नाराम शर्मा ने कहा कि श्री विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी विज्ञान के साथ  हिन्दी में पढ़ाने में सिद्धहस्त थे, इससे उनके हिन्दी में प्रति सम्मान व लगाव को अनुभव किया जा सकता है। मुख्य अतिथि संयुक्त निदेशक शिक्षा संकुल पाली अजय कुमार बाजपेयी ने कहा यदि सभी अपने अपने स्तर पर हिन्दी भाषा के प्रयोग तथा इसकी समृद्धि में सहयोग दे ंतो हिन्दी अपना सर्वोच्च स्थान आसानी से प्राप्त कर सकती है। विशिष्ट अतिथि मदनगोपाल अरोड़ा ने कहा कि श्री विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी एक अच्छे शिक्षक व लेखक होने के साथ साथ बहुत अच्छे शिक्षक नेता भी थे जो सदा शिक्षक के कल्याण हेतु कार्य करते रहते थे। एडवोकेट प्रवीण दयाल दवे ने कहा हिन्दी के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हिन्दी के पिछड़ने के लिए हम सब उत्तरदायी हैं अतः प्रयास भी हम सबको अपने अपने स्तर पर करने चाहिए। संत हनुमंत किंकर ने कहा कि हिन्दी उनकी ममतामयी माँ है जिसके दुख को दूर करने के लिए अधिकाधिक साहित्य रचना हिन्दी में करनी चाहिए ताकि वो समृद्ध बन सके। डा.श्रीलाल सुथार, योगेन्द्र पाण्डेय,डा.रवीन्द्र कुमार उपाध्याय ने भी संबोधित किया। व्याख्यानमाला में कमल गोयल, परमेश्वर जोशी, व्याख्यान माला संयोजक निजी शिक्षण संस्थान अध्यक्ष प्रदीप दवे, समन्वयक वी.आर.उदेश, विभाग संयोजक पवन पाण्डेय, तृप्ति पाण्डेय , नरेन्द्र माछर, हरिगोपाल सोनी ,प्रेमरतन शर्मा, लालाराम प्रजापत,विजयसिंह माली,नीलेश जोशी,रमाकंात मिश्रा, जयशंकर त्रिवेदी, प्रवीण शर्मा ,नरेन्द्र पटेल, हेमराज भाटी, जयवीर सिंह सहित शहर के प्रबुद्व नागरिक उपस्थित थे।
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