जालौर जिले में रीट परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ



जालौर जिले में रीट परीक्षा शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ 

जालौर रविवार को 2021 को साल की सबसे बड़ी परीक्षा जालौर जिले में शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न हुई । जालौर शहर सहित जिले के आहोर , रानीवाड़ा  , भीनमाल , जसवंतपुरा में स्थापित 54 केन्द्रों पर दो पारियों में REET परीक्षा आयोजित हुई । लेवल -2 की परीक्षा सुबह 10 बजे से 12.30 बजे पहली पारी में आयोजित हुई । जिसमें 11099 अभ्यर्थियों में से 11099 अभ्यर्थी परीक्षा देने बैठे । दूसरी पारी में दोपहर 2.30 बजे से शाम 5 बजे तक लेवल -1 की परीक्षा आयोजित की गई । और हमारे जिले से 10 हजार 769 दुसरे जिले में गए । REET परीक्षा के चलते रविवार सुबह 6 से शाम 6 बजे तक इंटरनेट बंद रहा । परीक्षा में नकल व डमी अभ्यर्थी पकड़ने जाने का मामला सामने नहीं आया । शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा सम्पन्न होने पर पुलिस , प्रशासन ने भी राहत की सांस ली । जिले में 11099 अभ्यर्थी अन्य जिलों से परीक्षा देने आए । रीट 2021 के लिए संग्रहण केन्द्र शांतिपूर्ण ढंग से रहीं हैं ।पुलिस - प्रशासन रहा मुस्तैद जिला कलक्टर नम्रता वृर्ष्णि व पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह के नेतृत्व में पुलिस - प्रशासन की टीम पूरी परीक्षा के दौरान अलर्ट मोड पर रही । परीक्षा केन्द्र के निकट किसी को भी नहीं रूकने दिया । जो परीक्षार्थी घडी , अंगूठी , चेन सहित अन्य आभूषण पहनकर आए उन्हें उतरवाया गया । यहां तक की चप्पल व शूज भी उतरवाए गए । फुल आस्तनी के कपड़े पहनकर आने वाले अभ्यर्थियों को रोका गया । फुल आस्तीन को हाफ करने के बाद उन्हें परीक्षा केन्द्र में स्केनिंग के बाद प्रवेश दिया गया । मास्क तक उतरवाए गए तथा परीक्षा केन्द्र में उन्हें नए मास्क दिए गए । इसके साथ ही संवेदनशील केन्द्रों पर मेटल डिटेक्टर से जांच की गई । नकल को रोकने के लिए पुरी व्यवस्था की गई थी । परीक्षा के दौरान नकल रोकने में लगे रहे । अबकी बार जालौर में ऐसा पहली बार हुआ कि शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा जालौर जिले में संपूर्ण हुआ ।

शाम के समय शहर में रही अफरा - तफरी पुलिस व्यवस्था बिगड़ी

विभिन्न स्थान से परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी अलग - अलग समय पर यहां पहुंचे थे । ऐसे में ज्यादा भीड़ का अहसास नहीं हो पाया , लेकिन परीक्षा समाप्त होते ही एक साथ बड़ी संख्या में अभ्यर्थी घर जाने की जल्दबाजी में बाहर निकल पड़े । इससे शहर में यातायात का दबाव काफी बढ़ गया । शहर में पहले से निर्धारित बस स्टैंड तक पहले पहुंचने की जद्दोजहद में लोग नजर आए ।वहीं कुछ छात्रों ने अपनी जान जोखिम में डालकर गांव की लौटने लगें , जिसकें दौरान  पुलिस व्यवस्था चौपट दिखाई दिया ,  बस में सफर करने वाले यात्रियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सफर करके गांव लौट तो कुछ छात्रों ने खिड़की पर खड़े होकर गांव जाने लगें , अब सवाल यहां है कि पुलिस वालों ने किसी ने भी नहीं रोका किसी को जनहानि होते - होते रह गई । जिसके कारण कानून व्यवस्था बिगड़ी भी नजर आए । बस स्टैंड  पर फिर पुलिस ने अपनी ओर से माकूल व्यवस्था के चलते व्यवस्थाएं सुचारू रही ।
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