रीट 2021 में हुई अनियमितताओं के खिलाफ उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन



रीट 2021 में हुई अनियमितताओं के खिलाफ उपखंड अधिकारी  को सौंपा ज्ञापन

मरुधर आईना 
आहोर 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा , भाजपा जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह राव बोरली के निर्देशन में एवं भाजयूमो जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में आज जिला कलेक्टर जालौर को मुख्यमंत्री के नाम रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा 2021 में हुई अनियमितताओं के खिलाफ मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को ज्ञापन सौंपा ज्ञापन अनुसार राजस्थान विधानसभा चुनाव-2018 से पूर्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल द्वारा जन-घोषणा पत्र राजस्थान जारी किया गया था। जिसके पृष्ठ क्रमांक 15 के बिन्दु क्रमांक 6 के माध्यम से यह वादा किया गया था की रीट की समीक्षा करते हुए अन्य पात्रता, योग्यता, प्रतियोगिता परीक्षाओं से जुड़ी विसंगतियों को दूर किया जाएगा। परन्तु सत्ता में आने के उपरान्त भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने वादा खिलाफी के नए मापदण्डों को स्थापित करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं में विसंगतियों को हटाना तो दूर की बात, सभी भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताएं की।



भाजयुमो जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET)-2021 में हुई अनियमितताओं के माध्यम से राजस्थान सरकार द्वारा लगभग 26 लाख अभ्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। उक्त परीक्षा दिनांक 26 सितंबर, 2021 को दो पारियों में आयोजित की गई थी। प्रथम पारी का समय प्रातः 10 बजे से 12:30 बजे तक था तथा द्वितीय पारी का समय दोपहर 02:30 से 05:00 बजे तक था। परन्तु आश्चर्यजनक रूप से परीक्षा प्रश्न पत्र की प्रति परीक्षा प्रारम्भ होने के नियत समय 10:00 बजे से दो घण्टे पूर्व अर्थात 8:00 बजे ही कई अभ्यार्थियों को शिक्षा मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा जी के गैर-जिम्मेदार कृत्य के कारण सरकारी कर्मचारियों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के माध्यम से उपलब्ध करा दी गई। इसके साथ-साथ यह भी उल्लेखनीय है कि कई परीक्षा केंद्रो पर प्रेक्षक के नियत समय पर न पहुंचने के कारण परीक्षा पत्र उन केंद्रो पर देरी से दिया गया। इसके अतिरिक्त इलेक्ट्रोनिक माध्यमों से नकल कराने के मामले भी आज आम जन के संज्ञान में है। सरकार द्वारा कुछ कर्मचारियों के खिलाफ आंशिक कार्यवाही करते हुए यह तो माना गया है परीक्षा में गड़बड़ी हुई। परन्तु सरकार मात्र आंशिक कार्यवाही करके इतिश्री नहीं कर सकती।

चूंकी यह मामला 26 लाख अभ्यार्थियों के भविष्य से जुड़ा हुआ है तथा पेपरलीक और नकल के गंभीर आरोप सरकारी कर्मचारियों व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लग रहे हैं, उक्त मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई के माध्यम से करवानी आवश्यक है। राजस्थान के शिक्षा मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटसरा जी के कार्यकाल में पूर्व में कई भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताएं पाई गई है। अपने परिवारजनों को नौकरी लगाने के लिए आम युवाओं का भविष्य खराब कर देने की बात सभी के सामने है। राजस्थान में युवाओं के मध्य उक्त मामले को लेकर गभीर रोष है।


भाजयुमो जिलाउपाध्यक्ष किशनाराम प्रजापत ने कहा कि राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET)-2021 में हुई अनियमिताओं की सीबीआई जांच करवाई जावें,  अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा से इस्तीफा लिया जावे या इस्तीफा ना दिये जाने की स्थिति में शिक्षामंत्री के पद से बर्खास्त किया जावें । तथा विसंगतियों हुए निकट भविष्य में पुनः आयोजित करवाई जावें 

इस दौरान
युवा मोर्चाजिलाध्यक्ष गजेंद्र सिंह सिसोदिया एससी मोर्चा जिलाध्यक्ष मिश्रीमल मेघवाल, युवा मोर्चा जिलाउपाध्यक्ष किशनाराम, मंत्री राहुल व्यास हरजी,जितेंद्र घांची,कार्यकारिणी सदस्य दीपक मेघवाल, उत्तम सिंह चांदराई  स्वरूप सिंह  यशवंत रावल, अमर सिंह तोड़मी मण्डल अध्यक्ष रामदेव सिंह,श्रवण सिंह भेटाला युवराज सुथार। दिलीप भट्ट, भरत प्रजापत,पुखराज ओड, नागेश देवासी,पताराम देवासी,पप्पु सिंह घनश्याम सिंह जितु भाई सरगरा  थानाराम चौधरी, प्रवीण सिंह  सहित युवा मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे
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