राम-जानकी विवाहोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया भगवान राम-सीता की सजी सजीव झांकी, निकाली भव्य शोभायात्रा

राम-जानकी विवाहोत्सव कार्यक्रम धूमधाम से मनाया 
भगवान राम-सीता की सजी सजीव झांकी, निकाली भव्य शोभायात्रा

पुरूषों में सबसे श्रेष्ठ मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम - महामण्डलेश्वर

मरुधर आईना 

नागौर ।  गो चिकित्सालय में महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी महाराज व प्रसिद्ध कथा वाचिका देवी ममता के सानिध्य में राम-जानकी विवाहोत्सव (विवाह पंचमी) कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवणराम बिश्नोई ने बताया कि राम-जानकी विवाहोत्सव के अवसर पर भगवान राम व सीता की दिव्य सजीव झांकी सजाई गई। कार्यक्रम के दौरान पं. हरेन्द्र गौड़ व आचार्य शशिकान्त शर्मा द्वारा राम-जानकी की विधिवत् पूजा-अर्चना की गई, राम व सीता ने एक दुजे को माला पहनाई। गो चिकित्सालय के परिक्रमा मार्ग में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के दौरान उपस्थित सभी भक्तो ने भगवान राम के सुन्दर किर्तनों का आनन्द लेते हुए पुष्पवर्षा की गई। 
              महामण्डलेश्वर ने बताया कि सीता स्वयंवर के पश्चात् मार्गश्ीार्ष माह की पंचम तिथि पर भगवान राम व जनक पुत्री जानकी का विवाह हुआ था। इस पावन दिन सभी राम-सीता की आराधना करते है और अपने सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए प्रभु से आशीर्वाद प्राप्त करते है। जिन्होनें धर्म की पुनर्स्थापना और मनुष्य जाति के लिए एक आदर्शवादी और मर्यादित जीवन की मिसाल कायम करने के लिए धरती पर मानव अवतार लिया। गृृहस्थ जीवन में जब भी आदर्श पति-पत्नी का जिक्र होता है तो आज भी राम-सीता की मिसाल दी जाती है। 
                 भगवान राम पुरूषों में सबसे श्रेष्ठ मर्यादा पुरूषोत्तम माने जाते है तो वहीं देवी सीता भी मां लक्ष्मी का रूप मानी जाती है। राम और सीता की महता को देखते हुए इनके सम्मान में ही राम-जानकी विवाहोत्सव शुभ मांगलिक त्योहार मनाया जाता है। देशभर के मंदिरों में राम-जानकी विवाहोत्सव के दिन राम और सीता के विवाह का अभिनय होता है।  
         इस कार्यक्रम के दौरान आप-पास क्षेत्र व दूर-दराज से आये बड़ी संख्या में भक्तों की उपस्थिति रही।
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