बच्चों की मांग राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गडरा रोड स्कूल में शिक्षक लगाओ



Report - Surendra Singh Rajpurohit 

बाड़मेर! गडरारोड़ पंचायत समिति के आदिवासी भील बाहुल्य ग्राम बाहला के एकमात्र सरकारी स्कूल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बाहला में वर्तमान में 123 बच्चों का नामांकन हैं और इन बच्चों को शिक्षा देने वाले मात्र तीन शिक्षक ही मूल पद पर कार्यरत हैं उनमें से एक शिक्षक व एक शिक्षिका को प्रतिनियुक्ति पर अन्य विद्यालयों में लगा रखा है। इस विद्यालय में शेष एक शिक्षक के भरोसे आठ कक्षाओं के बच्चों की शिक्षण व्यवस्था के साथ प्रधानाध्यापक,बीएलओ,मिड डे मील प्रभारी, बोर्ड परीक्षा प्रभारी सहित कई जिम्मेदारी इस एकल शिक्षक को दे रखी हैं।

एक शिक्षक के भरोसे इन 123बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। वैसे भी पिछले दो साल से बच्चों की पढ़ाई कोविड महामारी ने बर्बाद कर रखा था।

उसके ऊपर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति से नामांकित सभी बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं। ग्रामीणों ने कई बार नेताओं, प्रशासन व विभाग को अवगत करवाया लेकिन आज दिन तक कोई शिक्षण व्यवस्था को लेकर उचित कार्यवाही नहीं हो पाई।विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षिका की प्रतिनियुक्ति को उस समय रद्द कर मूल पद पर लगाया गया था लेकिन अब वापस उन्हें विभाग द्वारा प्रतिनियुक्ति देकर मूल पद को खाली कर दिया हैं जिसका खामियाजा इस विद्यालय के बच्चे भुगत रहे हैं।

 ग्राम पंचायत चेतरोडी के उपसरपंच धापूदेवी भील और युवा नेता सोमजी भाई भलानी व समस्त ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासन व विभाग को चेताया कि समय रहते हुए शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हुई तो हम विद्यालय की तालाबंदी कर उग्र आंदोलन करेंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार, जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की रहेगी।

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