जयपुर में शादी के दूसरे दिन ही ससुराल पहुंची नवविवाहिता की मौत हो गई। अब मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर से मौत होना सामने आया है। मृतका के पिता ने बुधवार रात ससुराल पक्ष के खिलाफ करधनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। शिकायत में आरोप लगाया है कि शादी से पहले ही ससुराल पक्ष के लोग दहेज के लिए परेशान कर रहे थे। बेटी की घर से विदाई के बाद ससुराल में शादी के बाद की रस्म चल रही थी। बेटी को उसकी ननद ने ग्लूकोन-डी बताकर जहर दे दिया। जिसके पीते ही उसकी तबीयत खराब हो गई और इलाज के दौरान बेटी की मौत हो गई। बेटी ने दो घूंट पीते ही ननद को कहा भी था कि मुझे यह क्या पिला दिया।
एसीपी (झोटवाड़ा) प्रमोद स्वामी ने बताया कि कबीर मार्ग बनीपार्क निवासी राकेश कुमावत की बेटी अनुकृति कुमावत (25) की शादी 6 दिसंबर 2021 को कालवाड़ रोड निवासी संजय कुमावत से हुई थी। आरोप है कि शादी से पहले ही संजय, उसके पापा मोहन लाल, मम्मी तारा और बहन गरिमा ने उनसे दहेज की मांग की। मांग के अनुसार फ्रीज, टीवी, एसी, वाशिंग मशीन, फर्नीचर व घरेलू सामान बेटी के ससुरालवालों को दिया। यहां तक की मारुति स्विफ्ट डिजायर गाड़ी भी दी। उसके बाद भी ससुरालवालों ने कहा कि अनुकृति के लिए 20 लाख के गहने तैयार करवाए है, इसलिए 20 लाख रुपए कैश चाहिए। लड़की के पिता ने ये कहकर मना कर दिया कि आपने अपनी बहू के लिए गहने बनवाए हैं।
खुशी-खुशी किया विदा, कुछ घंटों बाद ही मौत
उसके बाद भी मोहन लाल ने 6 दिसंबर 2021 को बेटी अनुकृति के साथ अपने बेटे संजय की शादी कर दी। 7 दिसंबर की सुबह की अनुकृति को घर से विदा कर दिया। पिता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया है कि बेटी अनुकृति खुशी से विदा हुई थी। शादी से पहले भी उसने संजय के साथ कई बार फोटो शूट भी करवाया था। उसी दिन दोपहर करीब 3:30 बजे मोहन लाल ने उसे कॉल कर बताया कि अनुकृति की तबीयत खराब हो गई है। प्राइवेट हॉस्पिटल लेकर जा रहे हैं। हॉस्पिटल पहुंचने पर डॉक्टर्स ने अनुकृति की गंभीर हालत देखकर एसएमएस हॉस्पिटल ले जाने की कहा। वहां से अनुकृति को संतोकबा दुर्लभजी हॉस्पिटल ले गए। जहां इलाज के दौरान शाम करीब 6 बजे उसी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम करवाकर क्या करेंगे, ले चलें घर
अनुकृति की मौत का पता चलते ही ससुराल वाले घबरा गए। आरोप है कि ससुर मोहन लाल और उनके साथियों ने कहा कि इसको घर ले चलते हैं, पोस्टमार्टम करवाकर क्या करेंगे। पीहर पक्ष के विरोध करने पर पोस्टमार्टम का फैसला किया। 8 दिसंबर को कांवटिया हॉस्पिटल से पोस्टमार्टम करवाया गया।
भांजी बोली- ग्लूकोन-डी की जगह कुछ और पिलाया
शादी के बाद अनुकृति के साथ भांजी सारा भी गई थी। पिता राकेश का कहना है कि सारा ने पूछताछ में बताया कि विदाई वाले दिन दोपहर करीब ढाई बजे ससुराल में शादी के बाद की रस्में चल रही थी। अनुकृति को प्यास लगी। उसने नींबू पानी या ग्लूकोन-डी मांगा। अनुकृति की ननद गरिमा ने एक गिलास में पीले रंग का पेय पदार्थ ग्लूकोन-डी बताते हुए लाकर दिया। दो घूंट पीते ही अनुकृति बोली- मुझे यह क्या पिला दिया। यह तो ग्लूकोन-डी नहीं है। उसके तुरंत बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी। बाथरूम में जाकर उल्टियां करी और थोड़ी देर में बेहोश होकर गिर गई। उसके मुंह से झाग आ रहे थे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया जहर
एसीपी (झोटवाड़ा) प्रमोद स्वामी ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से अनुकृति के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया था। मर्ग दर्ज होने के बाद जांच एसडीएम साउथ को सौंपी गई। 2 दिन पहले आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका के पेट में एल्युमीनियम फास्फाइड (एएलपी) नामक जहर मिला। अनुकृति की मौत भी एएलपी से होना सामने आया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद मृतका के पिता ने राकेश ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। मामले की जांच की जा रही है।