बजरी के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने गई सावर पुलिस पर बेखोफ अपराधियों ने हमला कर दिया। हमले में थानाधिकारी आशुतोष पांडे सहित कांस्टेबल मनोज और मुकेश घायल हो गए। घायलों को सावर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोपियों ने पुलिस की निजी गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी घनश्याम शर्मा, डीएसपी खींव सिंह, टोंक के देवली, नासिरदा, केकड़ी सिटी, सदर और सावर पुलिस थाना मौके पर पहुंची और आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सावर पुलिस थाना अधिकारी सहित पुलिस के जवान बजरी के पुराने मामले में टोंक जिले के रामथला गांव पहुंचे थे। इसी दौरान आरोपियों ने लकड़ियों और सरियों से लैस होकर पुलिस कर्मियों पर एकाएक हमला बोल दिया। इससे थानाधिकारी सहित दो जवान घायल हो गए। पुलिस के जवानों ने भागकर अपनी जान बचाई। घटना की जानकारी मिलने पर डीएसपी खींव सिंह सहित अन्य पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। उसके बाद क्षतिग्रस्त कार और पुलिसकर्मियों को सावर लाया गया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
बाजटा से पीछा कर रहे थे हमलावर
अजमेर जिले के बाजटा और टोंक जिले के रामथला गांव के पास खारी नदी में अवैध बजरी खनन होता है। सावर थानाधिकारी अपनी कार से दो जवानों के साथ पुराने बजरी मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी करने पहुंचे थे। थानाधिकारी आगे-आगे अपने निजी वाहन से जा रहे थे और पीछे कुछ दूरी पर पुलिस का जाब्ता चल रहा था। बाजटा गांव के पास से ही बजरी माफियाओं ने रैकी शुरु कर दी।
रामथला से पहले कार में सवार अपराधियों ने थानाधिकारी की कार को टक्कर मार दी और भाग निकले। थानाधिकारी ने अपनी कार से आरोपियों का पीछा करते हुए टोंक की सीमा में रामथला पहुंच गए। गिरफ्तारी की भनक लगने के चलते आरोपियों ने बीच रास्ते में पहले से ही लोडर फंसा दिया। जिस के चलते थानाधिकारी अपने वाहन को नहीं निकाल सके। इसके बाद आरोपियों ने लकड़ियों से हमला कर दिया।
ये था मामला
अक्टूबर 2021 में बजरी माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने गई सावर पुलिस पर बजरी माफियाओं ने हमला कर राजकार्य में बाधा पहुंचाई थी। इस पर सावर पुलिस ने रामथला निवासी मनोज, राजवीर, हीरालाल, सांवरा तथा दुर्गालाल के खिलाफ पुलिस पर हमला और राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा दर्ज किया था। इसमें फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सावर थाना प्रभारी आशुतोष पांडेय पुलिस जवानों के साथ दबिश देने पहुंचे थे। उसी दौरान उन पर हमला हो गया। बजरी माफिया के हौसले इस कदर हावी है कि उन्होंने दूसरी बार पुलिस पर हमला बोल दिया।