जालोर उजीर सिलावट
मुख्यालय सहित जिले भर में नशे का शौक युवाओं में तेजी से फैल रहा है जिसके चलते युवाओं का भविष्य अंधकार में हो रहा है वही नशे की लत को लेकर युवाओं के परिजन भी काफी चिंतित रहते हैं लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा नशा करने वाले एवं नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण परिवार बिखरते हुए नजर आ रहे हैं इसके साथ ही पुलिस प्रशासन आंख बंद कर मौन बैठा हुआ है आपको बता दें जहां एक तरफ केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार युवाओं को नशाखोरी की रोकथाम को लेकर कई तरह-तरह के कार्यक्रम संचालित कर रही है। जिससे समाज का एक उज्जवल भविष्य हो सके युवाओं को अपने रोजगार सहित देश के नए आयाम स्थापित कर सके दूसरी ओर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही अनदेखी के चलते युवाओं का भविष्य बर्बाद होता हुआ नजर आ रहा है इतना ही नहीं युवाओं का भविष्य एक नशे की पुड़िया में सिमिट कर रह गया है।
युवाओं में बढ़ता स्मैक व गांजे का क्रेज
शहर में जगह जगह रेलवेस्टेशन, लालपोल, बडिपोल, सूरजपोल, रामदेव कोलोनी सहित शहर में जहा देखो युवा नशे के लिए अफीम,तरस,गांजा सहित कई नशों की चीजों के लिए दरदर भटकते नजर आ रहे है इतना ही नही नशा करने के लिए पेसो कुछ कर सकते है जिसको लेकर इन दिनों युवाओं में स्मैक व गांजे सहित अन्य मादक पदार्थो का कारोबार दिनोदिन बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने के बड़े दावे कर रहा है लेकिन कहीं ना कहीं प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से खुलेआम स्मैक व चरस व गांजे बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। नशा माफियाओं के आगे पुलिस का खुफिया तंत्र पूर्ण रूप से पिछड़ता हुआ नजर आ रहा है। जिसमें युवा पीढ़ी नशे में डूबती हुई नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर उनका भविष्य बर्बाद हो रहा है।
बढ़ती नशाखोरी के चलते क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध
शहर मे नशे के कारोबार के बढ़ने से अपराधिक घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है। नशे की बढ़ती प्रवृत्ति से समाज में अपराधियों की संख्या में लगातार इजाफा होता हुआ नजर आ रहा है। क्षेत्र में बढ़ती हुई नशाखोरी को लेकर कस्बे के लोगों ने कई बार स्थानीय पुलिस थाने में आयोजित सीएलजी की बैठकों में मुद्दे को उठाया है लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम साबित हुई है।