घने कोहरे में ट्रक-पिकअप की भिड़ंत, 2 लोगों की मौत 4 गंभीर घायल; आधे घंटे तक फंसे पिकअप ड्राइवर को क्रेन की मदद से निकाला

 घने कोहरे में ट्रक-पिकअप की भिड़ंत, 2 लोगों की मौत

4 गंभीर घायल; आधे घंटे तक फंसे पिकअप ड्राइवर को क्रेन की मदद से निकाला





मारवाड़ मुंडवा (नागौर) मारवाड़ मूंडवा (नागौर) में बीकानेर-अजमेर नेशनल हाईवे 58 पर सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे घने कोहरे के कारण एक बड़ा हादसा हो गया। सब्जी से भरी पिकअप और ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस हादसे में पिकअप ड्राइवर समेत 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 अन्य लोग घायल हो गए। दुर्घटना के बाद ट्रक ड्राइवर मौके से ट्रक छोड़कर फरार हो गया। घायलों को मारवाड़ मूंडवा CHC में भर्ती कराया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर नागौर रेफर कर दिया गया। 



पिकअप में 6 लोग सवार थे

जानकारी के अनुसार बड़माता मंदिर के पास ट्रक और पिकअप में टक्कर हो गई। पिकअप में कुल 6 लोग सवार थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पिकअप के परखच्चे उड़ गए। हादसे की सूचना मिलते ही मूंडवा थानाधिकारी सुमन बुंदेला पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। साथ ही कुचेरा और मूंडवा से 108 एंबुलेंस भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पिकअप में फंसे पांच लोगों को एंबुलेंस की मदद से मूंडवा स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जबकि ड्राइवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त पिकअप में फंसा हुआ था। उसे क्रेन की सहायता से करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।

चार लोग हायर सेंटर रेफर

मूंडवा अस्पताल में पिकअप ड्राइवर कुचेरा निवासी सुरेश (26) पुत्र पापालाल सांखला तथा रमजान (27) पुत्र फतेह मोहम्मद को मृत घोषित कर दिया। वहीं राकेश (25) पुत्र चेनाराम गुर्जर निवासी गोतेड़ी, हुक्माराम (28) पुत्र बलदेवराम निवासी कुचेरा, कमल (24) पुत्र श्रवणराम कुचेरा तथा सुनील (23) पुत्र पापालाल सांखला निवासी कुचेरा को प्राथमिक उपचार के बाद नागौर रेफर किया गया। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को मूंडवा हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। वहीं परिजनों को घटना की जानकारी दी गई, जिनके पहुंचने और रिपोर्ट देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार पिकअप सवार सभी लोग रोजाना की तरह नागौर सब्जी मंडी में फल-सब्जी बेचने के लिए ले जा रहे थे। इसी दौरान मूंडवा से थोड़ा आगे बढ़ते ही घने कोहरे के कारण एक ट्रक ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।



परिजनों का रो रोकर बुरा हाल

सुरेश सांखला पिकअप चलाकर जीवन यापन कर रहा था। चार बहनों में एक इकलौता भाई था। अकेले सुरेश पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। दो साल पहले ही बेटी हुई थी। वहीं, रमजान सब्जी का ठेला लगाता था, जिसे पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। सात महीने का बेटा है। हादसे की सूचना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

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