भीनमाल की धरती पर गूंजा घोष वादन, जागृति विराट पथ संचलन’ का आयोजन


 
भीनमाल की धरती पर गूंजा घोष वादन, जागृति विराट पथ संचलन’ का आयोजन 

शक्ति स्वरूपाओं का अनुशासित कदमताल, नगरवासियों ने पुष्पवर्षा से किया स्वागत


भीनमाल (विक्रम राठी) नवरात्र महापर्व के पावन अवसर पर राष्ट्र सेविका समिति द्वारा रविवार को नगर में भव्य ‘जागृति विराट पथ संचलन’ का आयोजन किया गया। इस पथ संचलन में मातृशक्ति ने अनुशासन, संगठन और राष्ट्रप्रेम का अनुपम प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री सुमन चौहान (समिति की प्रांत सह शारीरिक प्रमुख एवं अखिल भारतीय घोष टोली सदस्या) रहीं। उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि “संघ और समिति का मूल उद्देश्य केवल भारत माता की सेवा है। इसका अर्थ है—समाज की भावपूर्ण सेवा करना, भारत की प्राचीन संस्कृति की रक्षा करना और शास्त्रों-ग्रंथों से मिली ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाना। साथ ही युवाओं में राष्ट्र सर्वोपरि का भाव जागृत करना है।”  सुश्री चौहान ने बताया कि हिन्दुत्व किसी संकीर्ण मत का नाम नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की एक महान पद्धति और दर्शन है। इसमें सभी विचारों और मतों का समावेश है, क्योंकि हिन्दुत्व परमात्मा की तरह विशाल, सहिष्णु और सर्वव्यापी है। उन्होंने कहा कि “संघ स्थापना के 11 वर्ष बाद समिति की स्थापना इसी उद्देश्य से हुई थी कि कोई भी शक्ति भारत की इस दिव्य आभा को ढक न सके और समाज अपनी पहचान से विमुख न हो।”



अनुशासित संचलन का दृश्य मनमोहक

इस विराट पथ संचलन में 355 सेविकाओं ने घोष वादन के साथ एक जैसी ताल पर सधे कदमों से नगर के मुख्य मार्गों पर अनुशासित पंक्तियों में संचलन किया। मार्गभर मातृशक्ति ने पुष्पवर्षा कर सेविकाओं का स्वागत किया। इसी दौरान हुई हल्की वर्षा ने वातावरण को और भी पावन व गरिमामय बना दिया। यह संचलन नगर की विभिन्न बस्तियों से होता हुआ गायत्री शक्तिपीठ परिसर में पहुंचकर बड़े उत्साह और ऊर्जा के साथ सम्पन्न हुआ।



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