बाड़मेर की कृषि मंडी में एक साथ 20 दुकानों में चोरी — व्यापारियों में हड़कंप, प्रशासन पर उठे सवाल

 बाड़मेर की कृषि मंडी में एक साथ 20 दुकानों में चोरी — व्यापारियों में हड़कंप, प्रशासन पर उठे सवाल



एडीएम ने मंडी सचिव को लगाई फटकार, ठेकेदार और कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई — तीन दिन में खुलासा नहीं हुआ तो व्यापारी करेंगे धरना-हड़ताल



बाड़मेर | बाड़मेर की सबसे बड़ी कृषि मंडी में गुरुवार देर रात चोरों ने एक साथ 20 दुकानों के ताले और शटर तोड़कर नगदी और कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया। चोरों ने जैक लगाकर शटर ऊपर उठाए और सरिए व चैक से ताले तोड़े। शुक्रवार सुबह जब व्यापारी अपनी दुकानों पर पहुंचे तो टूटा हुआ शटर देखकर हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, एफएसएल, एमओबी और डॉग स्क्वायड की टीमें मौके पर पहुंचीं और जांच शुरू की। वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है जिसमें चार चोर मंडी परिसर में घूमते दिखाई दे रहे हैं।

🔸 प्रशासन पर एडीएम का सख्त रुख — लापरवाही पर गिरी गाज

घटना के बाद एडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत मौके पर पहुंचे और मंडी सचिव को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा, “जिस परिसर में ठेका प्रणाली के तहत सुरक्षा दी जा रही है, वहां इतनी बड़ी चोरी होना गंभीर लापरवाही है।” एडीएम ने स्पष्ट किया कि ठेकेदार और मंडी प्रशासन दोनों की भूमिका की जांच होगी और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई तय है।



🔸 एएसपी बोले — “चार टीमें खोज में लगी, मिलीभगत से इंकार नहीं”

एएसपी नितेश आर्य ने बताया कि चार थानाधिकारियों की टीमें चोरों की तलाश में लगी हैं। एफएसएल और डॉग स्क्वायड की मदद से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा — “मंडी परिसर में सुरक्षा ठेके के बावजूद चोरी होना चिंताजनक है। ठेका कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। संभावना है कि अंदरूनी मिलीभगत भी हो सकती है।”

🔸 व्यापारियों में भारी आक्रोश — तीन दिन में खुलासा नहीं हुआ तो हड़ताल

जिला जीरा मंडी व्यापार संघ के जिलाध्यक्ष गौतम बोथरा ने कहा कि मंडी परिसर में करीब 250 दुकानें हैं और सभी व्यापारी लाखों-करोड़ों रुपए का कारोबार करते हैं। उन्होंने बताया —

“हम हर महीने राजस्व शुल्क इसलिए देते हैं कि हमें सुरक्षा मिले, लेकिन प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। अगर तीन दिन में कार्रवाई और खुलासा नहीं हुआ तो मंडी बंद कर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।”

व्यापारियों ने मांग की है कि मंडी परिसर में जहां-जहां सीसीटीवी कैमरों की कमी है, वहां तत्काल कैमरे लगाए जाएं और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए।



🔸 मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधि — प्रशासन को घेरा

घटना की सूचना पर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, एसपी नरेंद्र सिंह मीना, एडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत, पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी, बीजेपी जिलाध्यक्ष अनंतराम विश्नोई समेत कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की और व्यापारी वर्ग को भरोसा दिलाया कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

🔸 प्रशासन की सफाई — “सिस्टम सुधारेंगे, जिम्मेदार नहीं बचेंगे”

एडीएम चांदावत ने कहा —

“यह घटना प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय है। ठेकेदार और मंडी कर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। जहां भी लापरवाही सामने आएगी, कार्रवाई होगी। चोरी पूरी प्लानिंग के तहत की गई है, जिसमें जैक का इस्तेमाल किया गया।”



🔸 व्यापारी बोले — “अब भरोसा नहीं, सुरक्षा के इंतजाम खुद करेंगे”

कई व्यापारियों ने कहा कि जब तक चोर नहीं पकड़े जाते और मंडी प्रशासन की जिम्मेदारी तय नहीं होती, तब तक मंडी में असुरक्षा का माहौल रहेगा। कुछ दुकानदारों ने निजी सुरक्षा गार्ड लगाने की भी बात कही है।

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