अजमेर में प्रॉपर्टी कारोबारी की क्रूर हत्या: दोस्तों ने मारा, शव जंगल में 6 फीट गड्ढे में दफनाया; 5 गिरफ्तार, विवाद की रंजिश
अजमेर, - अजमेर के केसरपुरा जंगल में प्रॉपर्टी कारोबारी लेखराज रैगर का सडा हुआ शव बरामद होने से पुलिस को बड़ा खुलासा मिला। उसके ही दोस्तों ने 13 अक्टूबर को हत्या कर शव को 6 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया था। तीन दिनों की गुमशुदगी के बाद मंगलवार रात को आरोपी की निशानदेही पर JCB से खुदाई कर शव निकाला गया। प्रॉपर्टी विवाद की रंजिश में हुई इस हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 5 युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अधिकारी ने बताया कि शाम को मामले का पूरा खुलासा किया जाएगा। लेखराज रैगर (उम्र 45 वर्ष), नागौर के हरसौर गांव के निवासी, अजमेर में प्रॉपर्टी डीलिंग का कारोबार करते थे। 2023 से वे बेटे पार्थ के साथ अरावली होम्स में रह रहे थे। 13 अक्टूबर को वे "दोस्त श्याम सिंह का जन्मदिन मनाने" बाइक से निकले, लेकिन देर रात तक लौटे नहीं। अगले दिन उनकी बाइक जनाना हॉस्पिटल रोड पर लावारिस मिली। बेटे पार्थ ने क्रिश्चियन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें अनहोनी की आशंका जताई।
दोस्त की निशानदेही पर 5 गिरफ्तार: प्रॉपर्टी रंजिश बनी हत्याका कारण
पुलिस ने जांच के दौरान एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने साथियों का नाम उगल दिया। मायापुर गांव के चार अन्य युवकों को भी पकड़ा गया। मुख्य आरोपी श्याम सिंह रावत (31), लेखराज का पुराना दोस्त, ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं—श्याम सिंह रावत पुत्र हरिसिंह रावत, बीरम सिंह रावत (29) पुत्र उगम सिंह रावत, छगन सिंह रावत (33) पुत्र शैतान सिंह रावत, नरेश रावत (19) पुत्र कचरू सिंह रावत, और विमल सिंह रावत (21) पुत्र भागचंद रावत। सभी मायापुर गांव के निवासी हैं।पार्थ की रिपोर्ट के अनुसार, विवाद दादी घेवरी देवी की डूंगरिया खुर्द की जमीन को लेकर था। यह जमीन लेखराज के नाम पर थी, लेकिन ननिहाल पक्ष से लंबे समय से रंजिश चली आ रही थी। श्याम सिंह ने जमीन कब्जा हटवाने और सौदे के नाम पर पैसे लिए, लेकिन बाद में बेचने का दबाव डालने लगा। लेखराज के मना करने पर रंजिश बढ़ गई। जयपुर-पुष्कर के बड़े प्रॉपर्टी सौदों में लेखराज के प्रतिद्वंद्वियों से भी दुश्मनी थी।
3 घंटे की मशक्कत: आरोपी गुमराह करते रहे, 2-3 जगह खुदाई
आरोपियों ने पूछताछ में शुरू में पुलिस को गुमराह किया। दो-तीन जगह खुदाई करवाई, लेकिन शव नहीं मिला। आखिरकार, निशानदेही पर केसरपुरा डूंगरी जंगल में JCB से 3 घंटे की मशक्कत के बाद शव बरामद हुआ। सूचना पर सीओ नॉर्थ रुद्र प्रकाश, क्रिश्चियन थाना प्रभारी अरविंद सिंह सहित पांच थानों की फोर्स पहुंची। FSL टीम ने साक्ष्य संग्रह किए। घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ लग गई।सीओ रुद्र प्रकाश ने बताया, "यह प्रॉपर्टी विवाद से प्रेरित हत्या का मामला है। आरोपी ने अपहरण कर हत्या की और शव दफनाने की कोशिश की। अब तक 5 गिरफ्तार हो चुके हैं, पूछताछ जारी है।" थाना प्रभारी अरविंद सिंह ने कहा कि शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरा खुलासा होगा।
परिवार का सदमा: बेटे ने की FIR, अनहोनी का शक था
पार्थ (18) ने FIR में विस्तार से बताया कि पिता जन्मदिन के बहाने निकले थे, लेकिन बाइक मिलने पर शक हुआ। परिवार ने अनहोनी की आशंका जताई थी। शव मिलने के बाद घर में सन्नाटा छा गया। पार्थ ने कहा, "पापा ने कभी जमीन बेचने से इनकार किया था, बस इसी रंजिश ने उन्हें मार डाला।" यह घटना अजमेर के प्रॉपर्टी सर्कल में सनसनी फैला रही है। पुलिस ने हत्या, अपहरण और साक्ष्य नष्ट करने के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया है। जांच में अन्य संलिप्तताओं का पता लगाया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रॉपर्टी डीलिंग में सुरक्षा की मांग उठाई है।