संघवी केसरी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, तखतगढ़ में एनएसएस का एक दिवसीय शिविर सम्पन्न
रिपोर्ट : सोहनसिंह रावणा, तखतगढ़
तखतगढ़।
संघवी केसरी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तखतगढ़ में शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (+2 स्तर) के तहत द्वितीय एक दिवसीय शिविर का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर सामाजिक जिम्मेदारी, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं राष्ट्रीय एकता के मूल्यों को आत्मसात कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य गजेन्द्रसिंह तंवर ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में उपस्थित शिक्षकों, स्वयंसेवकों और विद्यार्थियों ने एकता, अनुशासन और सेवा भावना का संकल्प लिया।
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर दिया गया जोर
पूजन एवं प्रार्थना सत्र के बाद स्वयंसेवकों को पाँच समूहों में विभाजित कर विद्यालय परिसर के विभिन्न हिस्सों की सफाई का दायित्व सौंपा गया। स्वयंसेवकों ने कक्षा-कक्ष, परिसर एवं आस-पास के क्षेत्र में श्रमदान कर स्वच्छता का संदेश दिया।पर्यावरण संरक्षण के तहत विद्यार्थियों ने 360 इको ब्रिक्स तैयार कर प्लास्टिक अपशिष्ट के पुनः उपयोग का उदाहरण प्रस्तुत किया। विद्यालय परिसर में ‘स्वच्छ परिसर, स्वस्थ समाज’ का संदेश देने वाले चार्ट एवं रंगोली प्रदर्शनी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
राष्ट्रीय एकता दिवस और साइबर सुरक्षा जागरूकता
शिविर में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर रंगोली प्रतियोगिता और चार्ट प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान और राष्ट्रीय एकता के महत्व को चित्रों एवं नारों के माध्यम से प्रस्तुत किया।
साथ ही, वैश्विक साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के तहत तखतगढ़ पुलिस थाना के सहायक उपनिरीक्षक जसाराम एवं हेड कांस्टेबल पदमाराम ने स्वयंसेवकों को साइबर अपराध, ऑनलाइन धोखाधड़ी और डिजिटल सुरक्षा उपायों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है।
जनजातीय गौरव वर्ष में बिरसा मुंडा की जीवनी पर परिचर्चा
शिविर में जनजातीय गौरव वर्ष के अंतर्गत भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी, उनके संघर्ष और समाज सुधार में उनके योगदान पर चर्चा की गई। कार्यक्रम अधिकारियों ने बताया कि बिरसा मुंडा जैसे स्वतंत्रता सेनानी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिन्होंने समाज में जागरूकता और एकता का संदेश दिया।
खेल, अल्पाहार और सामूहिक सहभागिता
शिविर के दौरान स्वयंसेवकों को अल्पाहार में मिष्ठान्न और समोसे वितरित किए गए। दोपहर सत्र में मनोरंजक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ, जिससे प्रतिभागियों में उत्साह और आपसी सहयोग की भावना और प्रगाढ़ हुई।
शिक्षकों का सहयोग और समापन सत्र
प्रधानाचार्य गजेन्द्रसिंह तंवर ने समापन सत्र में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए पर्यावरण संरक्षण, अनुशासन और सेवा भावना को जीवन का अंग बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से विद्यार्थियों में समाज के प्रति संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व का भाव विकसित होता है।
कार्यक्रम में प्राध्यापक ब्रजेशसिंह यादव, दलवीरसिंह, प्रवीणकुमार, सांवळराम, भगवतसिंह और प्रीतमकुमार ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
अंत में कार्यक्रम अधिकारी प्रदीपकुमार ढाका ने शिविर की सफलता में सहयोग देने वाले सभी शिक्षकों, स्वयंसेवकों और विद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और समाज सेवा की भावना को सशक्त बनाते हैं।
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